शराब का ठेका खोलने से हुए हंगामे
देहरादून: शराब के ठेकों को लेकर दून में विभिन्न स्थानों पर हंगामा हुआ। रायपुर में शराब की दुकान खुलवाने पहुंचे अधिकारियों से जहां स्थानीय महिलाओं की नोकझोंक व धक्कामुक्की हुई और डेढ़ दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं जोहड़ी गांव और सहस्रधारा रोड मल्हान में शराब ठेका शिफ्ट करने के लिए स्थानीय लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया और सड़क जाम करने की चेतावनी दी।
आबादी के बीच खुल रही शराब की दुकानों को लेकर लोगों का आक्रोश कम नहीं हो रहा। रायपुर में कई दिनों से बंद शराब ठेका खुलवाने के लिए पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग की टीम पहुंची तो स्थानीय लोग भड़क गए।
ठेके का विरोध कर रही महिलाएं शराब की दुकान के सामने बैठ गईं और प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगीं। एडीएम प्रशासन हरबीर सिंह ने महिलाओं को काफी समझाया, लेकिन वह हटने को राजी नहीं हुईं। इसके बाद भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में ठेके को जबरदस्ती खोल दिया गया और विरोध कर रहे 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
हालांकि, गिरफ्तार लोगों को पुलिस ने कुछ देर बाद छोड़ दिया। इस पर प्रदर्शनकारी महिलाओं की पुलिस कर्मियों, आबकारी विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारियों से नोकझोंक व धक्का-मुक्की भी हुई। महिलाओं ने चेतावनी दी कि जब तक ठेका शिफ्ट नहीं किया जाता, आंदोलन जारी रहेगा।
उधर, जोहड़ी गांव में भी शराब ठेका शिफ्ट करने को लेकर महिलाओं का विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। स्थानीय लोगों ने इस मामले में आबकारी मंत्री प्रकाश पंत से मिलकर ठेके को दूसरी जगह स्थानांतरित करने की मांग की। आबकारी मंत्री ने आबकारी आयुक्त को ठेका दूसरी जगह खोलने के निर्देश दिए हैं, लेकिन ठेका शिफ्ट न होने तक महिलाओं ने आंदोलन जारी रखने का एलान किया है।
उधर, ग्राम पंचायत किरसाली रायपुर के बैनर तले स्थानीय लोगों ने सहस्रधारा रोड कुल्हान में शराब ठेका खुलने का विरोध करते हुए चेतावनी दी कि अगर यहां शराब ठेका खोला गया तो स्थानीय लोग सहस्रधारा रोड जाम कर देंगे। जिससे पर्यटकों को होने वाली परेशानी के लिए आबकारी विभाग व जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा।