सितार वादक देबू चौधरी के निधन के हफ्तेभर बाद कोरोना से उनके बेटे प्रतीक की भी हुई मौत
नई दिल्ली। जाने माने सितारवादक प्रतीक चौधरी का कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण निधन हो गया। एक सप्ताह उनके पिता एवं संगीतकार पंडित देवब्रत चौधरी का वायरस के संक्रमण से निधन हुआ था। संगीत इतिहासकार पावज झा के अनुसार प्रतीक चौधरी (49) को दिल्ली में गुरु तेग बहादुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और गुरुवार को उन्होंने आखिरी सांस ली।
झा ने ट्विटर पर पोस्ट किया, ‘‘प्रतीक चौधरी जाने माने संगीतकार देबू चौधरी के पुत्र और एक प्रतिभाशाली कलाकार थे। अब वह इस दुनिया में नहीं हैं। आईसीयू में जीवन-मृत्यु का संघर्ष लड़ते हुए अब वह परलोक में अपने पिता के पास चले गये हैं। प्रतीक की दिवंगत आत्मा को शांति मिले।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। देबू जी के साथ वह भी जीटीबी में भर्ती थे। आखिरी बार जब उनसे मेरी बात हुई थी तब सोमवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने वाली थी। लेकिन पिता के निधन की खबर से वह बिल्कुल टूट गये थे। बहुत दुखद है।’’
प्रतीक चौधरी सेनिया घराना से थे। वो दिल्ली यूनिवर्सिरी की म्यूजिक और आर्ट फैकल्टी में प्रोफेसर भी थे।
बता दें कि पिछले हफ्ते पंडित देबू चौधरी का कोरोना से निधन हो गया था। वो भी दिल्ली के एक अस्पताल में एडमिट थे। वे 85 साल के थे। प्रतीक ने ही सोशल मीडिया के जरिए अपने पिता के निधन की खबर फैंस को दी थी।
देबू चौधरी के परिवार में उनके बेटे प्रतीक के बाद अब बहू रूना, पोती रयाना और पोता अधिराज हैं। भारत के प्रख्यात सितारवादकों में से एक देबू चौधरी संगीत के सेनिया घराना से थे। उन्हें पद्म भूषण और पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।