आसाराम के आश्रम में लहूलुहान मिला साधक, गुप्तांग पर तेज हथियार से हमला
अहमदाबाद। यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी आसाराम बापू के गुजरात के मोटेरा स्थित आश्रम में एक साधक के लहूलुहान अवस्था में बेहोश मिलने से सनसनी फैल गई है। बताया जा रहा है कि साधक के शरीर के अन्य भागों के साथ गुप्तांग पर भी तेज हथियार से वार हुआ है। घटना एक जनवरी की है जिसके बाद चांदखेड़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित के शरीर में कट के कई निशान मिले हैं जिसमें कुछ गर्दन पर भी मौजूद है। पुलिस इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या की कोशिश मान रही है लेकिन हमले की संभावना को भी देख रही है।जांचकर्ताओं के अनुसार, ‘मध्यप्रदेश निवासी सुदामा राउत (40 वर्ष) पिछले 15 साल से संगठन से जुड़े हैं। वह पहले सूरत के एक आश्रम में रहते थे। मोटेरा आश्रम में सुदामा स्टोर इंचार्ज थे।’
आश्रम के स्टाफ सदस्यों ने 1 जनवरी को सुबह करीब पौने ग्यारह बजे सुदामा को देखा। उनके शरीर पर कंबल पड़ा हुआ था और खून कंबल से बाहर आ रहा था। उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने चांदखेड़ा पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी। एसीपी अर्पिता पटेल ने कहा कि हर एंगल से घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया, ‘गर्दन में चोट के चलते सुदामा अभी बेहोशी की हालत में ही है। इस वजह से उनके जल्द कुछ बोलने में अभी वक्त लग सकता है। हम उनके ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं।’
पहले भी घट चुकी हैं घटनाएं
इससे पहले भी इस आश्रम में संदिग्ध घटनाएं घट चुकी हैं। साल 2008 में दो चचेरे भाई दीपेश (10) और अभिषेक वाघेला (11) का सड़ा गला शव आश्रम के पीछे से बरामद हुआ था। दोनों की मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। 2013 में सूरत की एक महिला ने आसाराम पर आश्रम में रहने के दौरान बलात्कार का आरोप लगाया।