अभिनेता रणजीत चौधरी का निधन, 64 की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
मुंबई। ‘खट्टा मीठा’ (1978), ‘खूबसूरत'(1980) और ‘कांटे’ (2002) जैसी फिल्मों के अभिनेता रणजीत चौधरी का निधन हो गया है। वे 64 साल के थे। बुधवार (15 अप्रैल) को उन्होंने अंतिम सांस ली। इस बात की जानकारी रणजीत की बहन रैल पद्मसी ने दी। उन्होंने मंगलवार देर रात सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, “उन लोगों के लिए, जो रणजीत चौधरी को जानते हैं, उनका अंतिम संस्कार कल (गुरुवार, 16 अप्रैल) किया जाएगा। 5 मई को उनकी प्रार्थना सभा होगी और उनसे जुड़ी चीजों को याद किया जाएगा।” रणजीत थिएटर पर्सनैलिटी पर्ल पद्मसी के बेटे थे और रैल उनकी सौतेली बहन हैं।
बॉलीवुड सेलेब्स ने जताया शोक
रणजीत चौधरी के निधन पर कई बॉलीवुड सेलेब्स ने शोक जताया है। अभिनेत्री सोनी राजदान ने चौधरी की बहन रैल को मेंशन करते हुए लिखा है, “हे भगवान। मुझे यकीन नहीं होता। खेद है रैल। दिली संवेदनाएं।”
फिल्म निर्देशक राहुल ढोलकिया ने रणजीत को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है, “रणजीत चौधरी के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। उनकी फिल्मों का बहुत बड़ा फैन था। बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग और अच्छे अभिनेता। खट्टा मीठा, खूबसूरत, लोनली इन अमेरिका, सैम एंड मी। वे 1993 में हमारे शो नया अंदाज के पहले जज भी थे।” भगवान आत्मा को शांति दे।”
Very Sad to hear about #RanjitChowdhry – was a big fan of his films – Great comic timing & Good actor. khatta Metha, khubsoorat, lonely in America, Sam and me. He was also the first ever judge, in our Show Naya Andaz in New Jersey in 1993.#RIP
अभिनेता राहुल खन्ना ने लिखा है, “रणजीत चौधरी के निधन के बारे में सुनकर निराश हूं। अपने छोटे से फ्रेम के बावजूद वे भारतीय प्रवासी सिनेमा और अपनी कला के शिल्पी थे। मैं जिनको जानता हूं, उनमें से अब तक के सबसे प्रिय और विलक्षण रूप से मजाकिया स्वभाव के इंसान थे।”
Gutted to learn of #RanjitChowdhry’s passing. Despite his diminutive frame, he was a towering icon of Indian diaspora cinema and a master of his craft. By far, one of the most endearingly quirky and acerbically witty people I’ve had the pleasure of knowing. A true original!
‘सैम एंड मी’ का स्क्रीन प्ले भी लिखा था
रणजीत चौधरी का जन्म 19 सितंबर 1955 को हुआ था। उन्होंने फिल्मों के साथ टीवी और थिएटर्स के लिए भी काम किया था। ‘खट्टा मीठा’ (1978) उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म थी। ‘खट्टा मीठा’ के साथ ‘खूबसूरत’ जैसी फिल्मों के लिए उन्हें खूब सराहना मिली थी। रणजीत लेखक भी थे और उन्होंने ‘सैम एंड मी’ का स्क्रीन प्ले लिखा था। वे इसमें एक्टिंग करते भी नजर आए थे।