आखिरी सांस लेने से पहले इरफान ने कहा था- अम्मा मुझे लेने आई हैं
मुंबई। सिनेमा जगत के सदाबहार अभिनेता इरफान खान को बुधवार दोपहर तीन बजे मुंबई के वर्सोवा स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक कर दिया गया। इस मौके पर उनके दोनों बेटे अयान और बाबिल के अलावा केवल कुछ परिजन और करीबी दोस्त ही मौजूद रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें अस्पताल से सीधा कब्रिस्तान लाया गया था। इससे पहले सुबह शहर के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्हें करीब एक सप्ताह पहले कोलोन इन्फेक्शन के चलते वहां भर्ती कराया गया था और वे आईसीयू में भर्ती थे।
आखिरी यात्रा में सिर्फ 20 लोग मौजूद थे
मुंबई के वर्सोवा स्थित कब्रिस्तान में उन्हें दोपहर तीन बजे सुपुर्दे खाक किया गया। इस मौके पर उनके बेहद करीबी 20 लोग ही मौजूद थे। पुलिस ने लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की वजह से इरफान के पॉर्थिव शरीर को घर ले जाने की अनुमति नहीं दी। उन्हें अस्पताल से सीधा कब्रिस्तान लाया गया।
आखिरी सांस में अम्मा को याद किया
सेलेब फोटोग्राफर विरल भयानी की पोस्ट के मुताबिक, इरफान खान ने अपनी आखिरी सांस ली तो उससे पहले उनके मुंह से निकले शब्द थे- ‘अम्मा मुझे लेने आई हैं।’ चार दिन पहले शनिवार को इरफान की 95 वर्षीय मां सईदा बेगम का जयपुर में इंतकाल हुआ था। लेकिन लॉकडाउन के चलते वे उनके जनाजे में शामिल नहीं हो पाए थे। इरफान ने वीडियो कॉल के जरिए अपनी मां को आखिरी बार देखा था।
View this post on InstagramA post shared by Zoom TV (@zoomtv) on Apr 29, 2020 at 3:14am PDT