अवॉर्ड्स न मिलने पर अरूण गोविल ने बयां किया था दर्द, अब कही ये बात
मुंबई। रामानंद सागर के सीरियल ‘रामायण’ के राम यानी अरुण गोविल ने अपने उस ट्वीट पर सफाई दी है, जिसमें उन्होंने अवॉर्ड्स को लेकर अपना दर्द बयां किया था। सोमवार को अरुण ने अपने एक ट्वीट में लिखा, “मेरा मंतव्य प्रश्न का उत्तर देना था। कोई अवार्ड पाने की आकांक्षा नहीं थी। हालांकि, राजकीय सम्मान का अपना अस्तित्व होता है, पर दर्शकों के प्यार से बड़ा कोई अवॉर्ड नहीं होता, जो मुझे भरपूर मिला है। आप सभी के असीम प्रेम के लिए सप्रेम धन्यवाद।”
शनिवार को बयां किया था दर्द
शनिवार को ट्विटर पर फिल्मफेयर से हुई बातचीत में अरुण ने अपना दर्द बयां किया था। उन्होंने एक सवाल के जवाब में लिखा था, “चाहे कोई राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार, मुझे आज तक किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं, लेकिन उस सरकार ने भी मुझे आज तक कोई सम्मान नहीं दिया। और यहां तक कि मैं पचास साल से मुंबई में हूं। लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने भी कोई सम्मान नहीं दिया।”
इसके बाद उनके फैन्स ने उन्हें इस बात का अहसास कराया था कि देश की जनता ने राम के रूप में उन्हें जो सम्मान दिया है, वह हर पुरस्कार से बढ़कर है। एक यूजर ने लिखा था, “अरुणजी आप खुद एक सम्मान हैं हमारे लिए। आपको कोई सम्मान दे या न दे भारत के सभी घरों में राम के रूप में आपको देखते हैं और पूजा करते हैं।” एक अन्य यूजर का कमेंट था, “करोड़ों लोग आप में राम देखते हैं। ऐसा सम्मान किसी को मिल सकता है? मेरा बेटा आपको ही राम समझता है।”