बढ़ सकती है खराब हुए विद्युत उपकरणों के मुआवजे की धनराशि

देहरादून। वोल्टेज के उतार-चढ़ाव के कारण उपभोक्ताओं के उपकरणों की मरम्मत के लिए जो मुआवजा मिलता है, उसकी धनराशि बढ़ सकती है। उपभोक्ताओं की ओर से इसके लिए विद्युत नियामक आयोग से लगातार मांग की जा रही है। ऐसे में विद्युत नियामक आयोग मुआवजा राशि बढ़ा सकता है।
दसअसल, वोल्टेज के उतार-चढ़ाव को ऊर्जा निगम को जिम्मेदार बताया गया है। नियामक आयोग ने वोल्टेज के कारण अगर उपभोक्ताओं के उपकरण टीबी, फ्रीज, कूलर, एसी फुंक ते हैं या खराब होते हैं तो मरम्मत के लिए पांच सौ रु पये का प्रावधान रखा है। जो ऊर्जा निगम निगम देता है, यह प्रावधान वर्ष 2007 में किया गया था।
हर साल बिजली की दरों के साथ ही कनेक्शन चार्ज आदि बढ़ाया जाता है, लेकिन 13 साल में मरम्मत के लिए मिलने वाली धनराशि नहीं बढ़ायी गई है। ऐसे में बार-बार उपभोक्ता मुआवजे की राशि को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। विगत 6 मार्च को हुए जनसुनवाई के दौरान भी मुआवजे की धनराशि को बढ़ाने की मांग हुई थी।
समाजसेवी वीरू बिष्ट ने इस मामले को उठाकर मरम्मत की धनराशि दो हजार रुपये करने की मांग की थी। जिस पर विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष ने इस संबंध में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि उपभोक्ताओं को अब वोल्टेज के कारण उपभोक्ताओं के उपकरण फुंकने के बाद मरम्मत के लिए अधिक धनराशि मिलेगी।
इस मामले में जानकारी देते हुए विद्युत नियामक आयोग के सचिव नीरज सती ने बताया कि यह मामला उपभोक्ताओं की ओर से उठाया गया है। इसका संज्ञान में लिया गया है। टैरिफ घोषित करने के साथ ही उपकरणों की मरम्मत के लिए मुआवजा राशि बढ़ाने पर निर्णय लिया जाएगा।