बर्फ से ढकी चकराता की पहाड़ियां, मसूरी-नैनीताल में भी हुआ सीज़न का पहला हिमपात
देहरादून। समूचा उत्तर भारत इनदिनों ठंड की चपेट में है। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों के ज्यादातर हिस्सों में जहां जमकर बर्फ़बारी हुई है तो वहीं मैदानी क्षेत्रों में खूब बारिश हुई, जिससे ठंड में इज़ाफ़ा हो गया। बुधवार को बदले मौसम का सिलसिला शुक्रवार देररात तक जारी रहा। किंतु शनिवार की सुबह लगभग 48 घण्टों के बाद दून वासियों को सूर्यदेव के दर्शन हो ही गए। जबरदस्त बर्फबारी और बारिश के बाद शनिवार को मौसम खुल गया और खिली-खिली धूप नज़र आने लगी।
यदि बर्फबारी की ही बात की जाए तो उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों के साथ ही जहाँ चकराता में जबरदस्त बर्फ पड़ी तो वहीं मसूरी और नैनीताल में भी सीज़न का पहला हिमपात हुआ।उत्तराखंड में बर्फबारी और बारिश के दौर के बीच दूसरे दिन सीजन में पहली बार मूसरी में भी बर्फ की फुहारें गिरी, हालांकि बर्फ टिक नहीं पाई। यह सिलसिला करीब दस मिनट तक चला। वहीं, मसूरी के पास धनोल्टी, सुरकंडा, बुरांशखंडा और नैनीताल के आसपास की पहाडिय़ां बर्फ से ढक गई।
इस बीच बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और बागेश्वर के ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही। भारी बर्फबारी से केदारनाथ में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। उत्तरकाशी में गंगा और यमुना घाटी के क्षेत्र भी बर्फ से पट चुके हैं। बर्फबारी से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री, यमुनोत्री और बदरीनाथ हाईवे बंद हैं। दो दर्जन संपर्क मार्गों पर भी आवाजाही ठप हो गई है। प्रदेश में करीब दो सौ गांव जिला मुख्यालयों से कट गए हैं।
मौसम के मिजाज को देखते हुए प्रशासन ने देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी और चमोली जिलों में एक से 12वीं तक के स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं। शुक्रवार को भी प्रदेश के सात जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया था। धनोल्टी से आगे सड़क पर भारी हिमपात होने के कारण चंबा-मसूरी मोटर मार्ग भी बंद हो गया। जिस कारण इन क्षेत्रों में लोगों का आवागमन भी प्रभावित हो गया। कुछ वाहन मार्ग में ही फंस गए।
वहीं चकराता के जौनसार बावर में शुक्रवार को भी बर्फबारी का दौर जारी रहा। करीब शाम 5:30 बजे से चकराता छावनी बाजार क्षेत्र में भी बर्फबारी का दौर शुरू हो गया जो रातभर जारी रहा। भारी बर्फबारी के चलते त्यूनी-चकराता मोटर मार्ग पर लोखंडी के पास यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। पूरा क्षेत्र कड़ाके की ठंड की चपेट में है। चकराता का अधिकतम तापमान दो डिग्री और न्यूनतम -1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।