Breaking NewsUttarakhand

भारी बरसात के दौरान बरतें बेहद सावधानी, रहें सतर्क : अजय सोनकर

पूर्व पार्षद अजय सोनकर ने कहा कि वार्ड संख्या 18 इंदिरा कॉलोनी, चुक्खुवाला का अधिकतर क्षेत्र बिंदाल नदी के किनारे बसा है। बरसात के दिनों में इस इलाके में अक्सर बाढ़ आ जाती है और जगह-जगह भू-कटाव हो जाता है।

देहरादून। वरिष्ठ भाजपा नेता, प्रसिद्ध जनसेवी एवं वार्ड संख्या 18 इंदिरा कॉलोनी के पूर्व नगर निगम पार्षद अजय सोनकर उर्फ घोंचू भाई ने उत्तराखंड में रुक-रुककर हो रही भारी वर्षा को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है।

अजय सोनकर ने कहा कि उत्तराखंड में हो रही भारी वर्षा की वजह से जनपद देहरादून से होकर बहने वाली नदियों एवं नहरों का जलस्तर बढ़ गया है। रुक-रुककर हो रही भारी बरसात की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं। वहीं इन नदियों के किनारे पर बसे लोगों के जीवन को भी खतरा हो गया है।

पूर्व पार्षद अजय सोनकर ने कहा कि वार्ड संख्या 18 इंदिरा कॉलोनी, चुक्खुवाला का अधिकतर क्षेत्र बिंदाल नदी के किनारे बसा है। बरसात के दिनों में इस इलाके में अक्सर बाढ़ आ जाती है और जगह-जगह भू-कटाव हो जाता है। साथ ही नदी किनारे बसे लोगों के घरों के भीतर भी बारिश का पानी घुस जाता है, जिससे लोगों की जानमाल के नुकसान का खतरा बना रहता है।

उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उन्होंने पार्षद पद पर रहते हुए अपने वार्ड में नदी किनारे पुश्तों का भी निर्माण करवाया था जिससे क्षेत्रवासियों को भू-कटाव की समस्या से निजात मिल सके। साथ ही लोगों के घरों में घुसे पानी की समस्या की जानकारी होने पर उन्होंने क्षेत्रवासियों की तत्काल सुध ली और उनकी परेशानियों का हल निकाला।

घोंचू भाई ने कहा कि इस बार भी बरसात में ठीक वैसी ही स्थिति बनी हुई है। उन्होंने नदी किनारे बसे सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि बारिश के दौरान बेहद सतर्क रहें और सावधानी बरतें। किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति होने को लेकर जागरूक बनें एवँ मदद के लिए संपर्क करें।

जनसेवी अजय सोनकर ने कहा कि बरसात के दौरान पहाड़ों की यात्रा ना करें। बरसात के चलते पहाड़ों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने सभी वाहन चालकों से अनुरोध करते हुए कहा कि भारी बारिश के दौरान अपने वाहनों को बेहद सावधानी पूर्वक चलाएं एवं साथ ही नदी, नालों एवं काजवों में तेज बहाव के दौरान वाहन का प्रवेश करने से बचें। ध्यान रहे, सावधानी बरतने से ही हादसों से बचा जा सकता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button