बेड के नीचे होते हैं पति और बच्चे, ऊपर करना पड़ता है समझौता
मुम्बई। इन दिनों लड़कियों की तस्करी और उसके बाद उन्हें देह व्यापार में ढकेल देने की काली कथा फिर से सिल्वर स्क्रीन की थीम बन रही है। किस तरह से गांव की भोली- भाली मासूम लड़कियों को फंसाकर रेड लाइट एरिया में लाया जाता है। उन्हें किस तरह से पीटा जाता है, डराया और धमकाया जाता है। किस तरह से वह उस नर्क के दलदल में अपने परिवार और अपने बच्चों के साथ रहती हैं। हाल ही में आई फिल्म लव सोनिया इसी मुद्दे पर फिर से नई रोशनी डालती है।
फिल्म की मुख्य अभिनेत्री मृणाल ठाकुर ने इस फिल्म में एक सेक्स वर्कर का किरदार निभाया है। सेक्स वर्कर की जिंदगी को पर्दे पर उतारने के लिए मृणाल ने कोलकाता के सोनागाछी रेडलाइट एरिया में जाकर वहां की सेक्स वर्कर्स की जिंदगी को करीब से देखा था। उस दौरान हुए अनुभवों को एक टीवी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में मृणाल ने साझा किया है।
मृणाल ने बताया कि वह एक सेक्स वर्कर से वहां पर मिली थीं। वह एक छह फुट चौड़े और दस फुट लंबे कमरे में रहती थी। उसमें पड़ा हुआ बेड फोल्डिंग था। जब मैंने उससे पूछा कि आप कैसे इस कमरे में रहती हैं तो उसने बताया कि मेरे पास दिन में 30-40 लोग आते हैं। उस दौरान मेरे बेटे और मेरे पति कई बार उसी बेड के नीचे होते हैं। मैं क्या करूं? ये मेरा पेशा भी है और मेरी मजबूरी भी।