बीमा एजेंट बनकर बुलाती थी ग्राहक, घर में अकेले होने पर चलाती थी सेक्स रैकेट
मुंबई। मायानगरी मुंबई में होटलों के रेट बहुत ज्यादा हैं। जो आर्थिक रूप से बहुत संपन्न लोग हैं, वही सेक्स के लिए इन होटलों में कमरा बुक कराते हैं। होटलों में कमरा बुक करने की बहुत सख्त शर्तें हैं- मसलन आधार कार्ड या पैन कार्ड मांगा जाता है। इसके अलावा भी इतने तमाम सवाल-जवाब पूछे जाते हैं कि गड़बड़ लोगों को खुद के पकड़े जाने का हमेशा डर रहता है। इसीलिए अब सेक्स रैकिट से जुड़े कुछ लोग हाउसिंग सोसायटी में देह व्यापार कर रहे हैं। इसी रैकिट से जुड़ी एक महिला को कांदिवली क्राइम ब्रांच ने दो दिन पहले गिरफ्तार किया। इस महिला पर अनैतिक देह व्यापार निवारण कानून (पीटा) लगाया गया है, जिसमें जमानत मिलना बहुत मुश्किल होता है।
कुछ दिनों पहले किसी खबरी ने सीनियर इंस्पेक्टर चिमाजी आढाव को इस महिला के बारे में टिप दी थी। इसी के बाद इस महिला की कई दिन तक बैकग्राउंड चेक की गई और उसके बाद इंस्पेक्टर आनंदराव राणे, शरद झीने, नितिन उतेकर और रईस शेख की टीम ने उसकी बिल्डिंग के घर के बाहर मॉनिटरिंग की। दो दिन पहले क्राइम ब्रांच के पास वॉट्सऐप पर तीन लड़कियों के फोटो भी आए, जो महिला ने अपने पुराने ग्राहकों को भेजे थे। इसके बाद जांच टीम ने महिला के घर छापा मारा और उसे गिरफ्तार किया। उसके घर से इन तीन लड़कियों को रेस्क्यू कराकर उन्हें सुधार गृह भेजा गया। इनमें से दो लड़कियां मालाड, मालवणी इलाके की हैं, जबकि एक नालासोपारा से आई थी।
इस महिला का दो बेड़ रूम का घर है। उसकी गिरफ्तारी से सबसे ज्यादा हैरानी उसके पति और बेटी को हुई। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार, उसका पति काम के सिलसिले में सुबह घर से निकल जाता था। उसकी बेटी 12वीं में पढ़ती है। वह 11 बजे कॉलेज जाती थी, बाद में कोचिंग। इसीलिए दिन में घर में कोई नहीं रहता था। महिला उसी का फायदा उठाती थी और दिन में फ्लैट में ग्राहकों और लड़कियों को बुला लेती थी।
बिल्डिंग में जब सिक्यॉरिटी वाले पूछताछ करते थे, तो महिला बताती थी कि ये लोग उससे इंश्योरेंस पॉलिसी लेने घर आए हैं। सिक्यॉरिटी वाला सबको उसके घर भेज देता था। हर ग्राहक को महिला अलग-अलग टाइम देती थी। वह हर ग्राहक से 3000 हजार रुपये लेती थी। इसमें से 50 प्रतिशत रकम वह खुद रखती थी, जबकि शेष 50 प्रतिशत लड़कियों को देती थी।
उसने घर की आलमारी में लड़कियों के लिए नए-नए कपड़े मंगवाकर रखे हुए थे। इन कपड़ों को पहनाकर वह घर में ही लड़कियों की फोटो मोबाइल से खिंचती थी और फिर नए ग्राहकों को भेजती थी। क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार, जो लड़कियां उसके यहां आती थीं, उनके परिवार वाले मानकर चल रहे थे, कि ये लड़कियां नौकरी के लिए घर से निकली हैं। जब इन लड़कियों के पकड़े जाने की खबर मिली, तो इनके परिजन सदमे में आ गए।
तत्कालीन मुंबई सीपी के घर में भी पड़ा था छापा
मुंबई के एक पूर्व पुलिस कमिश्नर ने अपना म्हाडा का घर किराए पर उठा रखा है। कुछ साल पहले उनके किराएदार ने इस घर को देह व्यापार के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। जब राकेश मारिया पुलिस कमिश्नर थे, तब उनकी टीम ने इस घर से कुछ लड़कियों को रेस्क्यू कराया था। हालांकि वह पुलिस कमिश्नर उस प्रकरण से अनजान और निर्दोष थे। लेकिन, तब भी और अब भी कुछ हाउसिंग सोसायटी में चल रहे इस धंधे को फिर सुर्खियों में ला दिया है