करोड़ों का गमन कर फरार हुई किट्टी संचालक, एक गिरफ्तार

देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में इन दिनों किट्टी डालने के नाम पर फ़्रॉड धड़ल्ले से चल रहा है। बीते कुछ समय में ही ऐसे कई मामले दून में सामने आ चुके हैं। वहीं किट्टी के नाम पर लोगों के करोड़ों हड़पकर भागीं दो सगी बहनों में से एक को मंगलवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ शुरू कर दी गई है।
अलबत्ता, किट्टी पीड़ितों ने इससे पहले पुलिस पर सेटिंग, गेटिंग का आरोप लगाते हुए कोतवाली में हंगामा काट दिया। उनका आरोप था कि ज्वालापुर पुलिस ने दोनों बहनों को पकड़ लिया था, लेकिन बगैर कार्रवाई उन्हें जाने दिया। वह मामले में फरार दूसरी बहन के साथ ही किट्टी में शामिल अन्य आरोपियों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किए जाने की मांग कर रहे थे। देर रात तक वह ज्वालापुर कोतवाली में डटे हुए थे।
मामले के अनुसार तीन दिन पहले पूर्व मध्य हरिद्वार की विवेक विहार कॉलोनी निवासी जगदंबा और कमलेश पर एक पीड़ित सुशील कुमार ने किट्टी के नाम पर उसके करीब साढे तीन करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़ित ने तहरीर में कई अन्य लोगों के भी नामों का उल्लेख किया था, जिन्होंने दोनों बहनों के पास किट्टी डाली हुई थी।
पुलिस मामले में कोई सुराग नहीं लगा सकी थी। मंगलवार की देर शाम पीड़ितों को सूचना मिली कि ज्वालापुर पुलिस ने दोनों बहनों को पकड़ लिया था, लेकिन बिना कार्रवाई के ही उन्हें जाने दिया। यह जानकारी मिलने पर पीड़ित इकट्ठा होकर सीधे कोतवाली में जा पहुंचे और स्थानीय पुलिस पर सेटिंग-गेटिंग कर दोनों बहनों को छोड़ देने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया।
कोतवाली प्रभारी योगेश देव ने उन्हें समझाना चाहा कि एक बहन खुद ही पुलिस के पास आई थी, दूसरी का पता नहीं है। लोगों के गुस्से को देखकर पुलिस ने तुरंत एक बहन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। देर रात तक भी स्थानीय लोग कोतवाली में ही डटे हुए थे। उनकी मांग थी कि फरार चल रही दूसरी बहन के अलावा किट्टी के धंधे में शामिल अन्य लोगों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। कोतवाली प्रभारी योगेश देव ने बताया कि फिलहाल पूछताछ की जा रही है।