भारत ने फेल किया पाक का पैंतरा, आज नहीं होगा बीटिंग रिट्रीट समारोह
अमृतसर। दुश्मनों से लोहा लेते हुए पाकिस्तान के कब्जे में पहुंचे भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन आज भारत वापस लौट रहे हैं। वह लाहौर पहुंच चुके हैं। उनके भव्य स्वागत के लिए सुबह से ही अटारी बॉर्डर पर लोग मौजूद हैं। इस दौरान हाथ में तिरंगा लिए और नारे लगाते हुए लोग अभिनंदन का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि पाकिस्तान अभी भी अपने पैंतरे से बाज नहीं आ रहा है। खबरों को मुताबिक पाकिस्तान अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट के दौरान अभिनंदन को सौंपना चाहता था लेकिन भारत ने उसके पैंतरे को नाकाम कर दिया। अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह आज नहीं होगा और इसमें जनता की भागीदारी भी नहीं होगी। बताया जा रहा है कि सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शांति पहल की दुहाई देकर अभिनंदन को रिहा करने की घोषणा की थी। इससे पहले भारत ने बिना शर्त अभिनंदन की रिहाई की मांग की थी। ऐसी भी खबरें हैं कि पाकिस्तान विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई में अभी भी पैंतरा दिखा रहा है। खबरों के मुताबिक पाकिस्तान अटारी बॉर्डर पर होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह के दौरान विंग कमांडर अभिनंदन को सौंपना चाह रहा था। लेकिन भारत इसपर बिल्कुल भी सहमत नहीं है और उसने पड़ोसी देश के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। बता दें कि करगिल युद्ध के दौरान भी पाकिस्तान भारतीय पायलट नचिकेता को मीडिया के सामने भारत को सौंपना चाह रहा था लेकिन भारत से साफ इनकार कर दिया था।
हालांकि अभी पाकिस्तान ने अभिनंदन के रिहा करने के समय के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है लेकिन सूत्रों के मुताबिक शाम 3-4 बजे के बीच अभिनंदन अटारी बॉर्डर पहुंचेंगे। खबरों के मुताबिक अभिनंदन को वायुसेना सीधे पाकिस्तान से विशेष विमान से दिल्ली लाना चाहती थी लेकिन पाकिस्तान भारत के इस प्रस्ताव से सहमत नहीं हुआ है। अटारी-वाघा बॉर्डर पर इस समय सुरक्षा चाक-चौबंद हैं। गुरुवार को देर रात अभिनंदन के माता-पिता भी अपने बेटे को लेने के लिए चेन्नै से दिल्ली रवाना हुए थे। दिल्ली पहुंचते ही विमान के अंदर एक विडियो सामने आया है जिसमें यात्री ताली बजाकर अभिनंदन के पिता एयर मार्शल (रिटायर्ड) एस. वर्तमान का स्वागत कर रहे हैं। सभी यात्री उन्हें धन्यवाद कहते हुए विमान से पहले उतरने का रास्ता बना रहे हैं।
तीन दिन तक पाकिस्तान की हिरासत में रहने के बाद भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन अटारी बॉर्डर के रास्ते अपने देश लौट रहे हैं। आज उनकी वतन वापसी पर पूरा देश उनका इंतजार कर रहा है। अटारी बॉर्डर पर लोग सुबह से ही उनके स्वागत के लिए तैयार खड़े हैं। उनके हाथों में तिरंगा है और दिल में अपने हीरो के लिए गर्व। अमृतसर से 30 किमी दूर अटारी चेक पोस्ट पर तिरंगा और फूलों की माला के साथ लोग विंग कमांडर अभिनंदन का इंतजार कर रहे हैं। अमृतसर के अटारी बॉर्डर पर विंग कमांडर अभिनंदन के स्वागत के लिए लोग दूर-दूर से पहुंचे हैं। उनके स्वागत के लिए लोगों में काफी उत्साह है। अटारी बॉर्डर पर अभिनंदन के लिए पांरपरिक स्वागत की तैयारी की गई है। ढोल-नगाड़ों के साथ तिरंगा और पोस्टर भी है। गुजरात के अहमदाबाद में स्कूली बच्चों ने विंग कमांडर अभिनंदन की सकुशल वापसी के लिए दुआ मांगी।
अभिनंदन के पिता एयर मार्शल (रिटायर्ड) एस. वर्तमान और उनकी मां भी चेन्नै से दिल्ली पहुंच गए हैं। पिता ने इस मौके पर कहा कि उन्हें अपने बेटे की बहादुरी पर गर्व है और उन्हें उम्मीद है कि वह सुरक्षित वापस लौट आएंगे। बौद्ध मठ में विंग कमांडर अभिनंदन की वापसी के लिए दुआ मांगी गई। चेन्नै के स्टेट होम गार्ड भी अभिनंदन को देश का हीरो बताते हुए पोस्टर और तिरंगे के साथ उनकी वापसी का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने के बाद पाकिस्तान ने शांति पहल की दुहाई देकर अभिनंदन को छोड़ने की बात कही थी लेकिन भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान का प्रॉपेगैंडा उजागर करते हुए कहा कि जिनीवा समझौते के तहत पाकिस्तान अभिनंदन को नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। उसके पास हर हाल में भारतीय पायलट को रिहा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
अमृतसर के डेप्युटी कमिश्नर शिव दुलार सिंह ढिल्लन ने बताया कि अभी तक विंग कमांडर अभिनंदन के लौटने का समय पता नहीं है। उन्होंने कहा, ‘वह जिस समय आएंगे, हम उनका स्वागत करेंगे। भारतीय वायुसेना ने उन्हें लाने के लिए अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दिल्ली से यहां भेजा है और वही उन्हें रिसीव करेंगे।’ उन्होंने साथ ही कहा कि आज अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह नहीं होगा। बता दें कि बुधवार सुबह पाकिस्तान के लड़ाकू विमान को खदेड़ते-खदेड़ते अभिनंदन का मिग 21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और एलओसी क्रॉस करके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में गिर गया था। यहां उन्हें पाकिस्तानी सेना ने हिरासत में ले लिया था।