भारी बारिश के चलते मलबे में तब्दील हुआ मकान, मुश्किल से बची परिवार की जान

देहरादून। जनपद के चकराता क्षेत्र में गुरुवार रात हुई भारी बारिश से खैरवा गांव में एक मकान मलबे की चपेट में आने से जमींदोज हो गया। गनीमत ये रही की मकान में सो रहे लोगों को पहले ही इसकी भनक लग गई और वो जान बचाकर बाहर निकल गए। इस दौरान कुछ मवेशी भी मलबे में दब गए थे जिन्हें देर रात ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद सकुशल बाहर निकाल लिया। वहीं शुक्रवार सुबह पहुंची तहसील प्रशासन की टीम ने मौके पर जाकर नुकसान का जायजा लिया।
कालसी तहसील अंतर्गत हरिपुर कोटी इच्छाड़ी मार्ग पर स्थित खैरवा गांव में बसे पूरण सिंह पुत्र खंकरु निवासी डिमऊ पर गुरुवार की रात भारी गुजरी। मध्य रात्रि को अचानक तेज बारिश के चलते पीएमजीएसवाई के तहत निर्माणाधीन दमन दोऊ सड़क का मलबा व पत्थर उनके मकान के ऊपर आ गया। प्रभावित पूरण सिंह ने बताया कि उन्होंने कई बार कार्यदाई संस्था व ठेकेदार को मार्ग का मलबा डंपिंग जोन में डालने को कहा था, लेकिन न विभागीय अधिकारियों व न ठेकेदार ने उनकी बात पर ध्यान दिया।
कार्यदायी संस्था के अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा रहा कि मूसलाधार बारिश में रोड के मलबे ने उनका आशियाना तबाह कर दिया। सूचना मिलने पर जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन ने एसडीएम कालसी को तत्काल मौके पर टीम भेजने के निर्देश दिए और रिपोर्ट तलब की। जिसके बाद शुक्रवार को तहसीलदार कालसी एसपी उनियाल मय टीम के साथ खैरवा पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया। तहसीलदार ने कहा कि नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। तहसीलदार के साथ कानूनगो मुन्ना सिंह, पटवारी कोटी सुरेश जिनाटा, सुखदेव सिंह मौके पर पहुंचे।
उधर चकराता-कालसी चकराता मोटर मार्ग पर चकराता से पांच किलोमीटर दूर क्वारनाधार में पेड़ गिरने से पांच घंटे तक यातायात बाधित रहा। एसडीआरएफ टीम व ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद पेड़ को कटवाकर किनारे लगवाया और यातायात को सुचारू किया। मार्ग बंद होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सुबह दस बजे मार्ग पर यातायात सुचारू होने पर किसान अपनी उपज देर से मंडी पहुंचा पाए।