बिजली विभाग के अफसर ने दफ्तर में लिखवाया- मैं ईमानदार हूं, ये है वजह
करीमनगर। तेलंगाना के सरकारी दफ्तर में प्रवेश करते ही सामने लिखा मिलता है ‘आई एम अनकरप्टेड’ यानी ‘मैं ईमानदार हूं।’ आगे कुर्सी पर बैठे हैं एडिशनल डिवीजनल इंजीनियर (एडीई) पोदेती अशोक। दरअसल, दरअसल, बिजली विभाग में अपना काम करवाने के लिए आने वाले लोगों और ठेकेदारों के ऑफर से परेशान होकर करीमनगर में पदस्थ अशोक ने यह अनूठा तरीका अपनाया है।
उन्होंने कॉन्ट्रेक्टरों और आम लोगों को समझाया कि वे न घूस लेते हैं, न देते हैं। जब लोग उन्हें घूस देने में असफल रहे तो परेशान करने लगे। तंग होकर उन्हें दफ्तर में ही 40 दिन पहले दीवार पर यह लिखवाना पड़ा। इसके बाद से साथी अफसर भी उन्हें यह कहकर परेशान कर रहे हैं कि वे पूरे विभाग पर आरोप लगा रहे हैं।
अशोक के इस कदम से विभाग के करप्ट अफसरों में हड़कंप है। उन्होंने कहा- “मैं बचपन से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ रहा हूं। यदि मैं घूस लूंगा तो मुझे देनी भी पड़ेगी। यहां बिजली विभाग में खूब भ्रष्टाचार है। मैं लोगों से कहना चाहूंगा कि अफसरों को घूस न दें। उन्हें उनके काम के लिए तनख्वाह दी जाती है।
यदि आपका काम नहीं होता तो उच्चाधिकारियों से संपर्क करें या मीडिया में जाएं, लेकिन घूस न दें।’ अशोक ने 2005 में असिस्टेंट इंजीनियर के रूप में नौकरी ज्वाइन की थी। पिछले साढ़े तीन सालों में वे एडीई बने। इसके बाद से उनके पास फाइलें और अन्य बिलपास करने के लिए घूसखोरी के ऑफर आने लगे।