बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 61 रुपए सस्ता हुआ
नई दिल्ली। कोरोनावायरस के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रही मंदी का फायदा अब आम आदमी को मिलता दिख रहा है। प्राकृतिक गैस के बाद अब रसोई (एलपीजी) गैस की कीमतों में भी कटौती का तोहफा मिला है। देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने रसोई गैस की कीमतों में राजधानी दिल्ली में नॉन सब्सिडी सिलेंडर (14.2 किलो) पर 61 रुपए प्रति सिलेंडर की कटौती की है। इस कटौती के बाद अब दिल्ली में सिलेंडर 744 रुपए का हो गया है। मार्च में यह रसोई गैस सिलेंडर 805.50 रुपए में मिल रहा था। नई कीमतें 1 अप्रैल यानी आज से प्रभावी हो गई हैं। लॉकडाउन के बीच इस कटौती को आम आदमी के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है।
देश के चार महानगरों में कटौती
शहर | पुराना रेट | नया रेट | कटौती |
दिल्ली | 805.50 | 744 | 61 |
कोलकाता | 839.50 | 774.50 | 65 |
मुंबई | 776.50 | 714.50 | 62 |
चेन्नई | 826.00 | 761.50 | 64.50 |
नोट: सभी आंकड़ों आईओसीएल की वेबसाइट के अनुसार। कीमतें रुपए प्रति सिलेंडर में।
अब प्रत्येक सिलेंडर पर 291.48 रुपए की सब्सिडी
फरवरी में एलपीजी की कीमतों में अचानक बढ़ोतरी के बाद सरकार ने गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को लगभग दोगुना कर दिया था। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि राजधानी दिल्ली में प्रति सिलेंडर 153.86 रुपए की सब्सिडी को बढ़ाकर 291.48 रुपए कर दिया है। इसी प्रकार से प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत बांटे गए कनेक्शन पर सब्सिडी को 174.86 रुपए से बढ़ाकर 312.48 रुपए प्रति सिलेंडर कर दिया गया है। आपको बता दें कि घरेलू उपभोक्ताओं को एक साल में 12 सिलेंडर पर सब्सिडी मिलती है। इससे ज्यादा खरीदने पर बाजार भाव से भुगतान करना होता है।
प्राकृतिक गैस की कीमतों में 26 फीसदी की कटौती
प्राकृतिक गैस की कीमत में मंगलवार को 26 फीसदी की कटौती कर दी गई। इस कटौती के बाद गैस की कीमत 2014 के भाव पर आ गई। 2014 में ही गैस के भाव के लिए एक फॉर्मूला तय किया गया था। गैस की कीमत घटने का मतलब यह है कि सरकार को कंपनियों से कम कीमत पर गैस हासिल होगी। इसका सीधा मतलब यह है कि ओएनजीसी जैसी गैस उत्पादन कंपनियों की आय में भारी गिरावट आएगी। यह भी उम्मीद की जानी चाहिए कि इससे सीएनजी और पाइप के जरिये सप्लाई होने वाली रसोई गैस के दाम भी घटेंगे।