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बर्थडे स्पेशल: रानी मुखर्जी ने इस वजह से ठुकरा दी थी सलीम खान की ये फिल्म

मुंबई। शानदार एक्टिंग, आवाज़ और अपनी खूबसूरती से सालों से फैंस का दिल जीतने वाली एक्ट्रेस रानी मुखर्जी 21 मार्च को अपना 44वां जन्मदिन मना रही हैं। रानी ने अपने करियर में एक से बढ़कर फिल्में की हैं कभी बहू बनकर तो कभी मर्दानी का रोल निभाकर उन्होंने सबको चौंकाया।  रानी मुखर्जी उन अभिनेत्रियों में से भी एक जिनकी ज्यादातर फिल्में हिट हुई हैं। उन्होंने बॉलीवुड के कई बड़े कलाकारों के साथ काम किया है।

रानी का जन्‍म 21 मार्च 1978 को मुंबई, महाराष्‍ट्र में हुआ था उनके पिता का नाम राम मुखर्जी और मां का नाम कृष्‍णा मुखर्जी है। फेमस डायरेक्टर अयान मुखर्जी और अभिनेत्री काजोल भी रानी के कज़िन ही हैं। रानी ने फिल्‍म निर्माता आदित्‍य चोपड़ा से शादी की है। दोनों की एक बेटी भी है। अपने फिल्मी करियर में रानी ने फिल्मों के साथ बहुत एक्सपेरिमेंट किया है। स्वीट, संस्कारी लड़की से लेकर डेयरिंग पुलिस, वकील के रोल में भी उन्होंने अपनी एक्टिंग से सबको इम्प्रेस किया है।

जब आवाज बनी परेशानी-

रानी मुखर्जी ने 1996 में बंगाली फिल्म ‘बिएर फूल’ से करियर की शुरुआत की थी। हालांकि बॉलीवुड में उन्होंने इसी साल रिलीज हुई मूवी ‘राजा की आएगी बरात’ से कदम रखा था। आज भले ही उनकी आवाज लोगों को खूब पसेद आती हो, लेकिन एक समय था जब फिल्म निर्माता रानी की आवाज के चलते उन्हें रिजेक्ट कर देते थे। रानी मुखर्जी ने खुद एक इंटरव्यू में कहा था कि ‘गुलाम’ में आमिर खान, निर्देशक विक्रम भट्ट और निर्माता मुकेश भट्ट को लगा की उनकी असल आवाज किरदार को शोभा नहीं दे रही है इसलिए इस किरदार के लिए आवाज डब करवाई गई थी।

ऐसे मिली कुछ कुछ होता है-
साल 1998 में रिलीज हुई आई फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ में जब ट्विंकल खन्ना ने टीना मल्होत्रा का किरदार करने से मना कर दिया, तब वही रोल रानी मुखर्जी के हिस्से में आया और यही से उनकी करियर की गाड़ी ने रफ्तार पकड़ ली।

16 साल की उम्र में ऑफर हुई थी फिल्म-
रानी को पहली बॉलीवुड फिल्म सलमान के पिता और राइटर सलीम खान ने उस वक्त ऑफर की थी, जब वे 10वीं क्लास में थीं। हालांकि, उनके पिता राम मुखर्जी ने यह कहकर ऑफर ठुकरा दिया की रानी अभी बहुत छोटी हैं। इस फिल्म का नाम था ‘आ गले लग जा’, जो 1994 में रिलीज हुई थी।

प्रसिद्ध फ़िल्में –
राजा की आएगी बारात, गुलाम, कुछ कुछ होता है, हेलो ब्रदर, बिछू, चोरी चोरी चुपके चुपके, नायक, मुझसे दोस्ती करोगे, साथिया, चलते चलते, एल ओ सी कारगिल, युवा, हम तुम, वीर-ज़ारा, ब्लैक, बंटी और बबली, पहेली, कभी अलविदा न कहना, बाबुल, तालाश, मर्दानी, हिचकी और मर्दानी 2।

पुरस्‍कार-
कुछ कुछ होता है (1998), युवा (2004) और नो वन किल्ड जेसिका (2011) फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए, मुकर्जी ने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। उन्होंने साथिया (2002) और ब्लैक (2005) में अपनी भूमिकाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड भी जीता, और हम तुम (2004) और ब्लैक (2005) में उनकी भूमिकाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार प्राप्त किया।

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