बीजेपी नेता पर आरोप, लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर करवाता था देह व्यापार
लखनऊ। वाराणसी को मानव तस्करी के अड्डा बनाने के सबसे सुरक्षित जगह बनाई जा रही थी, इसे चलाने वाले भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व महासचिव जय सिंह का नाम सामने आया है जिन्हें बीते महीने की 25 जुलाई को हिरासत में लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी नेता पर आरोप है कि वो नेपाल और अन्य देशों से लाकर लड़कियों को नौकरी देने के बहाने से वेश्यावृति में धकेल था। इसके बारे में पता तब चला जब दिल्ली भेजी गई इन लड़कियों को महिला आयोग अध्यक्ष ने बचाकर निकाला।
दरअसल दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर बीते मंगलवार देर रात इन लड़कियों को दिल्ली के पहाड़गंज से आजाद कराया था। इन लड़कियों को नेपाल से यहां वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेलने के लिए लाया गया था। दिल्ली पुलिस ने बताया कि एक संयुक्त अभियान में वाराणसी पुलिस की अपराध शाखा और दिल्ली पुलिस ने वसंत विहार पुलिस थाना क्षेत्र में एक मकान पर छापेमारी की और 18 महिलाओं को छुड़ाया।
इस छापेमारी में बचाई गई 38 महिलाओं ने बीजेपी नेता पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें खाड़ी देशों में नौकरी का झांसा देकर 6 जुलाई को वाराणसी लाया गया था। जब वो काम करने लगी तो उन्हें पता लगा की वो देह व्यापार में धकेल दिया गया।ये महिलाएं अप्रैल के दूसरे हफ्ते में किसी तरह से बचकर नेपाल वापस पहुंचा गई। इसी दौरान महाराजागंज बॉर्डर से नेपाल में दाखिल किया गया जो की वाराणसी से 250 किलोमीटर दूर है।
मानव तस्करी के आरोपी जय सिंह की दी हुई जानकारी से यूपी पुलिस की अपराध शाखा ने चार अन्य तस्करों को नई दिल्ली से दो पहले गिरफ्तार किया गया था। जय सिंह वाराणसी के शिवपुर इलाके में ब्याज पर पैसे देने का काम करता था, उसने अपने आधे घर को ही हॉस्टल बनाया हुआ था। इस हॉस्टल में सिर्फ महिलाएं जोकि ज़्यादातर नेपाल से थी। वक़्त ब वक़्त कुछ महिलाओं को यहां से कहीं दूसरी जगह भेज दिया था और फिर नई महिलाएं उनकी जगह हॉस्टल में रहा करती थी।
वहीँ अपने नेता को मामले में फंसता देख बीजेपी युवा मोर्चा ने उन्हें अपना सदस्य मानाने से इंकार कर दिया है। बीजेपी मोर्चा के महासचिव का कहना है कि ये साफ़ नहीं कि जय सिंह कब बीजेपी युवा मोर्चा में थे। उनका कहना है कि हम इस मामले में कंफ्यूज है की जय सिंह बीजेपी युवा मोर्चा के सदस्य थे या नहीं मगर इनता ज़रूर कह सकते है की वो हाल दिनों में बीजेपी से संपर्क में नहीं थे।