भाजपा प्रदेश कार्यालय में तोड़फोड़
देहरादून। कांग्रेस दफ्तर में बवाल मचने के बाद मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय पर भी जमकर हंगामा हुआ। टिकट बंटवारे के बाद से भाजपा-कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। टिकट कटने से नाराज नेताओं के व्यवहार में आई तल्खी की आंच पार्टी कार्यालय तक पहुंच रही है। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ बैनर-होर्डिग फाड़ डाले बल्कि कार्यालय में तोड़फोड़ भी की। कुछ कार्यकर्ताओं ने इस दौरान पार्टी विरोधी नारे भी लगाए।
कांग्रेस दफ्तर में हुए हंगामे पर चुटकी लेने वाली भाजपा को मंगलवार को खुद उसी स्थिति का सामना करना पड़ा। भाजपा महानगर अध्यक्ष उमेश अग्रवाल को धर्मपुर विधानसभा से टिकट न दिए जाने से नाराज उनके समर्थकों ने प्रदेश कार्यालय पर खूब हंगामा काटा। इसी बीच धर्मपुर से एक अन्य दावेदार भूपेंद्र कंडारी के समर्थक भी वहां पहुंच गए। इसके बाद दोनों पक्ष अपने-अपने नेता के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। कई बार दोनों पक्षों में टकराव की भी स्थिति बनी, जिससे हालात तनावपूर्ण हो गए। कार्यकर्ता इस कदर गुस्से में थे कि उन्होंने बैनर-होर्डिग तक फाड़ डाले और फिर कार्यालय के शीशे आदि तोड़ डाले।
तोड़फोड़ करने के बाद दोनों नेताओं के समर्थक कार्यालय परिसर में ही धरने पर बैठ गए और महापौर विनोद चमोली के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारियोंका कहना था कि क्षेत्र में पैराशूट प्रत्याशी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बाद में उमेश अग्रवाल कार्यालय पहुंचे और कहा कि वह पार्टी के निर्णय का सम्मान करते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाते हुए अपील की कि जिस किसी को भी टिकट दिया गया है, एकजुट होकर उसे जिताने में जुट जाएं। अग्रवाल ने कहा कि कार्यालय में तोड़फोड़ करने वाले उनके समर्थक नहीं हैं, यह काम कुछ अवांछित तत्वों का है।
उधर, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल भी इस मामले में बचाव की मुद्रा में दिखे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यालय पर हुए बवाल के कारण कांग्रेस की खूब किरकिरी हुई है। आरोप लगाया कि इसी को काउंटर करने के लिए कांग्रेस ने असंतुष्टों के बीच कुछ अवांछनीय तत्व भाजपा प्रदेश कार्यालय पर भेजे, जिन्होंने तोड़फोड़ को अंजाम दिया। कहा कि अगर कोई भाजपा कार्यकर्ता इसमें शामिल है तो उसपर भी कार्रवाई की जाएगी। अनुशासन समिति की जांच के बाद इसपर फैसला लिया जाएगा।