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बुलेट ट्रेन की आधारशिला रखी

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना का शिलान्यास करते हुए आज कहा कि कोई भी देश आधे-अधूरे संकल्पों के साथ कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता और बुलेट ट्रेन ‘न्यू इंडिया’ के हमारे संकल्प का प्रतीक है जो तेज गति, तेज प्रगति और तेज प्रौद्योगिकी के माध्यम से तेज परिणाम भी लाने वाली है। मोदी ने कहा, ”बरसों पुराने सपने को पूरा करने की ओर भारत ने अहम कदम बढ़ाया है, जिसमें सुविधा भी है और सुरक्षा भी।’’

मोदी ने परियोजना के आर्थिक लाभ गिनाये
बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि पूजन करने के बाद यहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने आगे कहा कि जब भी कोई चीज खरीदने जाते हैं तो हम गुजराती खास तौर पर अहमदाबाद के लोग एक-एक पैसे का हिसाब लगाते हैं, मोल तोल करते हैं। कोई बाइक भी लेने जाते हैं तो बैंक से लोन लेते हैं तो ब्याज की दर से लेकर लोन की अवधि तक सब कुछ बारीकी से देखते हैं। कोई आधा पर्सेंट ब्याज भी खत्म कर दे तो हम बहुत खुश होते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन कल्पना कीजिए, कि किसी को ऐसा दोस्त मिल सकता है, जो यह कहे कि बिना ब्याज के लोन ले लो, अभी जल्दी नहीं है, 50 साल में चुकाना, तो सोचो कैसा लगा होगा। भारत को जापान और शिंजो आबे के रूप में ऐसा दोस्त मिला है। शिंजो आबे ने बुलेट ट्रेन के लिए 88 हजार करोड़ रुपये 0.1 प्रतिशत ब्याज दर से देने का फैसला किया है। स्वयं रुचि दिखाते हुए उन्होंने इस परियोजना को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया है।
आबे ने मोदी को सराहा
इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री आबे ने कहा कि भारत-जापान साझेदारी खास, रणनीतिक और वैश्विक है। अहमदाबाद में परियोजना की आधारशिला रखने के बाद आबे ने कहा, ‘‘मजबूत भारत जापान के हित में है और मजबूत जापान भारत के हित में है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे अच्छे मित्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दूरद्रष्टा नेता हैं। उन्होंने दो वर्ष पहले हाई-स्पीड ट्रेन को भारत में लाने और नया भारत बनाने का फैसला लिया था।’’
मोदी का विपक्ष पर भी निशाना
दूसरी ओर, मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले वे (विपक्ष) कहते थे मोदी वादा करते थे कि बुलेट ट्रेन लायेंगे, अब बुलेट ट्रेन कब लाएंगे? अब ले आया हूं तो कह रहे हैं, क्यों लाए। तो वे समझें कि इससे देश को नई रफ्तार मिलेगी। जापान के प्रधानमंत्री के भव्य स्वागत के लिये गुजरात के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा कि बुलेट ट्रेन तेज गति, तेज प्रगति और तेज प्रौद्योगिकी के माध्यम से तेज परिणाम भी लाने वाली है, जिसमें सुविधा भी है और सुरक्षा भी। ”बुलेट ट्रेन ‘न्यू इंडिया’ के हमारे संकल्प का प्रतीक है।’’ उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत और जापान के लिए भावनात्मक अवसर है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन इस दोस्ती का अहम उदाहरण है। बुलेट ट्रेन के शिलान्यास का श्रेय मेरे परम मित्र आबे को जाता है।
हाई स्पीड की विकास में भूमिका
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी देश के विकास के लिए ट्रांसपोर्ट सिस्टम की अहम भूमिका है। सड़क रेल और वायुमार्ग से देश का संपर्क बढ़ता है। इतिहास गवाह है कि रेलवे आने से अमेरिका में आर्थिक प्रगति तेज हुई। यूरोप से लेकर चीन तक हाईस्पीड ट्रेन ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि समय के साथ अपने साधनों को बेहतर बनाना होता है। यह वक्त धीरे-धीरे आगे बढ़ने का नहीं है। तेज गति से बदलती प्रौद्योगिकी के साथ आगे बढ़ने का है। बुलेट ट्रेन से देश को नई रफ्तार मिलेगी।
विमान नहीं ट्रेन से जल्दी पहुंचेंगे!
मोदी ने कहा कि यह ट्रेन अहमदाबाद से आमची मुंबई जाएगी। 2 से 3 घंटे में दूरी पूरी हो जाएगी। हवाई यात्रा की औपचारिकता पूरी करने और गंतव्य तक पहुंचने में जितना समय लगता है, उससे भी आधे समय पर बुलेट ट्रेन का सफर होगा। हवाई जहाज का ईंधन बचेगा तो विदेशी पूंजी बचेगी। बुलेट ट्रेन की वजह से दो शहरों के लोग और करीब आ जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बुलेट ट्रेन की तकनीक से हर तबके को फायदा होगा। हमारा मकसद है कि तकनीक का फायदा समाज के गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को मिले। इस अवसर पर जापान के प्रधानमंत्री आबे ने कहा, ‘‘कुछ वर्षों में जब मैं यहां वापस आऊं तो आशा करता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ बुलेट ट्रेन की खिड़कियों से भारत के सुन्दर नजारे देखूंगा।’’
परियोजना 2022 तक पूरी होगी
अहमदाबाद से मुंबई के बीच 1.10 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली इस बुलेट ट्रेन परियोजना के वर्ष 2022 तक पूरी होने की संभावना है। यह ट्रेन महज दो घंटे में 500 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय करेगी। जापान ने प्रधानमंत्री ने मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 0.1 प्रतिशत की न्यूनतम दर पर ऋण दिया है। यह परियोजना भारतीय रेल और जापान के शिन्कान्सेन टेक्नोलॉजी की संयुक्त परियोजना है। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने वडोदरा में एक प्रशिक्षण संस्थान की आधारशिला भी रखी जहां बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए 4,000 लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस इस अवसर पर उपस्थित थे।

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