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कारपेंटर की हत्या कर जंगल में फेंका शव, हत्यारोपी गिरफ्तार

Murder In Dehradun: दूधली निवासी 33 वर्षीय अमित पेशे से कारपेंटर था। उसके माता-पिता की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। उसकी एक बहन है जिसकी शादी हो गई है और वह ससुराल में रहती है। युवक घर में अकेला रहता था। रविवार शाम अमित कहीं चला गया और रात को घर नहीं आया।

देहरादून। दूधली रोड पर वन विभाग के चेकपोस्ट के निकट जंगल में युवक का शव मिला है। वह पेशे से कारपेंटर था और दूधली का ही रहने वाला था। उसके चेहरे और सिर पर चोटों के निशान मिले हैं। कोरोनेशन अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया है।

दूधली निवासी 33 वर्षीय अमित पेशे से कारपेंटर था। उसके माता-पिता की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। उसकी एक बहन है, जिसकी शादी हो गई है और वह ससुराल में रहती है। युवक घर में अकेला रहता था। रविवार शाम अमित कहीं चला गया और रात को घर नहीं आया।

वन विभाग की चौकी से 150 मीटर के अंदर जंगल में पड़ा शव

सोमवार सुबह किसी ने अमित के चचेरे भाई को सूचना दी कि अमित का शव वन विभाग की चौकी से करीब 150 मीटर अंदर जंगल में पड़ा है। इस पर वह अमित के शव को घर ले गया। इसी दौरान वन विभाग के कर्मचारियों ने मामले की सूचना क्लेमेनटाउन थाना पुलिस को दी। थाना प्रभारी दीपक धारीवाल पुलिसकर्मियों के साथ मृतक के घर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए कोरोनेशन अस्पताल पहुंचाया।

24 घंटे के अन्दर युवक की हत्या करने वाले अभियुक्त को किया गिरफ्तार

दिनांक 22 जनवरी 2024 को थाना क्लेमेन्टाउन को वन विभाग के कर्मियों द्वारा टेलीफोन के माध्यम से सूचना दी गई कि दूधली चौकी के सामने जंगल के अन्दर एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा था, जिसे उसके परिजन घर ले गए। मृतक के विषय में जानकारी करने पर मृतक की पहचान अमित कुमार निवासी दूधली के रूप में हुई। सूचना पर पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर जाकर घटना के सम्बन्ध में जानकारी ली गई तथा मृतक के शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा कि कार्यवाही कर पोस्टमॉर्टम हेतु भेजा गया। युवक के चेहरे व सर पर आई चोटों को देखकर परिजनो तथा स्थानीय व्यक्तियों ने किसी जंगली जानवर के हमले में अमित उपरोक्त की मृत्यू होने की आशंका जताई गई, परन्तु मृतक की चोटों से उक्त घटना संदिग्ध प्रतीत हो रही थी।

घटना की संदिग्धता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा थानाध्यक्ष क्लेमेन्टाउन को घटना की विस्तृत जांच कर सत्यता का पता लगाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। जिस पर घटना की विस्तृत जांच हेतु पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया तो किसी जानवर द्वारा हमला किये जाने के सम्बन्ध में कोई साक्ष्य मौके से प्राप्त नहीं हुए। परिजनों व आस-पास के लोगो से पूछताछ में घटना के दिन मृतक का उसके तीन अन्य दोस्तों 1-राजेंद्र उर्फ़ राजन , 2-सुनील , 3- मुकेश, जो मृतक का चचेरा भाई है के साथ दिन के समय दूधली स्थित जंगल की तरफ जाना तथा रात्रि में उसके साथ गये अन्य लोगों का वापस अपने घरों में आना ज्ञात हुआ।

घटना के सम्बन्ध में मृतक की बहन दीपा देवी द्वारा अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध उसके भाई की हत्या किये जाने के सम्बन्ध में थाना क्लेमेन्टाउन पर प्रार्थना पत्र दिया गया। जिस पर थाना क्लेमेन्टाउन में मु0अ0सं0: 02/24 धारा: 302 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया। अभियोग की विवेचना के दौरान मृतक के साथ गये उसके तीनों दोस्तों को चौकी दूधली पर बुलाकर पुलिस द्वारा अलग-अलग पूछताछ की गई।

पूछताछ के दौरान मृतक के चचेरे भाई मुकेश कुमार की बातों पर संदिग्धता प्रतीत होने पर पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने चचेरे भाई अमित कुमार की हत्या करना स्वीकार किया गया। जिसे मौके से गिरफ्तार करते हुए उसकी निशानदेही पर घटनास्थल के पास से घटना में इस्तेमाल किया गया आलाक़त्ल पत्थर व घटनास्थल से कुछ दूर खून लगे लोअर और चप्पलों को बरामद किया गया।

विवरण पूछताछ

पूछताछ में अभियुक्त मुकेश कुमार द्वारा बताया गया कि वह कारपेंटर का कार्य करता है दिनांक: 21-01-24 को मृतक अमित अपने 02 अन्य दोस्तों राजन और सुनील के साथ जंगल में पार्टी करने गया था, दोपहर बाद सुनील ने उसे फोन कर जगल में बुलाया, जहां उन चारों ने एक साथ बैठकर शराब पी शाम के समय करीब 05 बजे राजेन्द्र अपने घर चला गया तथा उसके कुछ देर बाद ही सुनील भी मौके से अपने घर को चला गया।

इस बीच मृतक अमित के मोबाइल पर किसी का फोन आया तथा अमित द्वारा अभियुक्त मुकेश पर उक्त व्यक्ति से बात करने के लिये जोर देने लगा। जिस पर उन दोनो आपस में विवाद हो गया तथा मृतक अमित के अभियुक्त मुकेश से गाली गलौच करने पर अभियुक्त मुकेश द्वारा मृतक अमित को नीचे गिराते हुए पास पडे एक बडे पत्थर से उसके सर पर तीन-चार वार कर उसकी हत्या कर दी तथ मौके पर पडी शराब की बोतल को फोडकर उसके कांच से मृतक के चेहरे व सर के पिछले हिस्से में गहरे घाव बना दिये, जिससे कि किसी जानवर के हमले से अमित की मौत होना दर्शाया जा सके।

उसके पश्चात अभियुक्त द्वारा अपने खून लगे हुए लोअर तथा चप्पलों को पकडे जाने के डर से घटना स्थल थोडी दूरी पर ही छिपा दिया तथा वापस अपने घर आकर सो गया। सुबह जब मृतक के परिजनो द्वारा उसकी लाश जंगल में पडी होने की सूचना मिली तो अभियुक्त भी परिजनो तथा गांव वालों के साथ मौके पर गया तथा लोगों से अत्यधिक जोर देकर अमित की मृत्यु जंगली जानवर के हमले से होने की बात कहने लगा।

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