चलती कार में विक्षिप्त महिला से गैंगरेप
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक विक्षिप्त महिला के साथ सामुहिक दुष्कर्म किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। आरोपियों ने पहले पीड़िता को जबरन कार में बैठकर अगवा किया और फिर चलती कार में बारी-बारी से विक्षिप्त महिला के साथ दुष्कर्म किया। आरोपियों की संख्या चार बतायी जा रही है।
प्राप्त समाचार के अनुसार 28 जून को रिस्पना नगर निवासी रंजीत पाठक ने नेहरू कॉलोनी थाने में सूचना दी गई कि कल रात्रि 9:00 बजे के आसपास मोहल्ले के ही चार लड़के क्षेत्र में घूम रही एक विक्षिप्त महिला को किसी गलत काम के लिए अपनी कार में उठा कर ले गए हैं। मोहल्ले वालों द्वारा उनका पीछा किया गया परंतु वह लोग नहीं मिले।
बाद में करीब डेढ़ घंटे के बाद जब मोहल्ले वालों ने मिलने पर विजय नाम के लड़के से पूछताछ की तो उसने बताया कि मोहल्ले के ही उसके साथी नवीन छेत्री, मोहित और शिवराज इनोवा कार में उक्त विक्षिप्त महिला को गलत काम करने के लिए ले गए थे। उक्त महिला की तलाश की गई तो वह गुरुवार प्रातः पुलिस को मोथरोवाला के पास मिली। पीड़िता ने इशारे से अपने साथ गलत काम किए जाने की बात पुलिस को बताई ।
घटना के संबंध में थाना नेहरू कॉलोनी में अपराध संख्या 172/2018 धारा 363, 376(2)छ, 120B IPC पंजीकृत कर विवेचना चौकी प्रभारी डिफेंस कॉलोनी एसआई आशा पंचम के सुपुर्द की गई। उक्त विक्षिप्त महिला की उम्र करीब 45 वर्ष है। पुलिस ने बताया कि जब पीड़िता को विश्वास में लेकर पूछताछ की गई तो उसके द्वारा अपने साथ गलत काम किए जाने के बारे में बताया गया।
घटना में शामिल आरोपियों नवीन छेत्री पुत्र अशोक छेत्री उम्र 30 वर्ष, विजय पुत्र रामप्रकाश उम्र 19 वर्ष, मोहित पुत्र ओमप्रकाश उम्र 20 वर्ष एवं शिवकुमार उर्फ गोलू पुत्र राधेश्याम को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना में प्रयुक्त इनोवा कार UK 07 TA 2176 को भी पुलिस द्वारा बरामद कर सीज कर लिया गया है।
आरोपियों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि गलत काम करने की इरादे से ही वे लोग कार में बैठाकर उक्त महिला को ले गए थे। आरोपियों द्वारा चलती गाड़ी में पीड़िता के साथ दुष्कर्म करनेे के बाद उसको मोथरोवाला रोड पर काफी आगे ले जाकर उतार दिया था। पुलिस ने पीड़िता की मेडिकल जांच भी करवाई है।
वाकई ये कितनी शर्मनाक और हैरान करने वाली बात है कि अपनी हवस की आग को बुझाने के लिये वहशी दरिंदे अब मानसिक रूप से विक्षिप्त महिलाओं को भी नहीं बख्श रहे हैं। सवाल ये उठता है कि आखिर हमारी मानसिकता को क्या हो गया है, हमारा समाज किस ओर जा रहा है। देशभर में रोज़ाना बढ़ रही दुष्कर्म की वारदातें कईं सवालों को जन्म देती हैं।