उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, मौसम विभाग ने पहाड़ों पर बर्फबारी की संभावना जताई
देहरादून। उत्तराखंड में मौसम विभाग के अलर्ट के बाद आज सुबह से ही प्रदेशभर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। राजधानी देहरादून समेत गढ़वाल और कुमाऊं में बादल छाए हुए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र की चेतावनी के मुताबिक राज्य के उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर गर्जना के साथ ही आकाशीय बिजली गिरने और तेज बौछार के साथ बारिश के आसार हैं। राजधानी देहरादून, टिहरी, नैनीताल, अल्मोड़ा, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में भी बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना है।
वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र ने 19 और 20 मई को देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भारी वर्षा और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना का अलर्ट जारी किया है।
जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी के मद्देनजर आपदा से जुड़े सभी विभागाध्यक्षों को संबंधित सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए गए हैं। अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए आपदा से जुड़ी तमाम तैयारियों को समय रहते पूरा करने की हिदायत दी गई है। इसके अलावा आपदा परिचालन केंद्र देहरादून को सभी सूचनाएं तत्काल मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मानसून से पहले तैयारी और बाढ़ नियंत्रण कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बाढ़ सुरक्षा से संबंधित सभी कार्य मानसून से पहले पूरे किए जाने के निर्देश दिए।
वहीं जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को गिरासू भवनों को तुरंत हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन भवनों का मामला कोर्ट में लंबित न हो, उन्हें तुरंत हटाने की कार्रवाई की जाए।
आपदा के दौरान मकान की क्षति या किसी की मृत्यु होने पर संबंधित परिवार को 24 घंटे के दौरान सहायता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान जिन सड़कों पर भूस्खलन की संभावना बनी रहती है, उनमें रात की आवाजाही प्रतिबंधित की जाए।