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दशक बीत गए, नहीं किया गया धौलछीना-कफड़खान मोटर मार्ग की दशा सुधारने का प्रयास : जनसेवी भावना पांडे

देहरादून/अल्मोड़ा। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी, उत्तराखंड की बेटी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने अल्मोड़ा के धौलछीना क्षेत्र के धौलछीना-कफड़खान मार्ग की बदहाली को लेकर दुःख जताया है। उन्होंने सरकार और लोक निर्माण विभाग से इस मार्ग को दुरुस्त करने की मांग की है।

उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने रोष जताते हुए कहा कि प्रदेश में तमाम सड़कों का बुरा हाल है। सड़कों में बने गहरे गड्ढो में गिरकर रोजाना राहगीर चोटिल व वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। उन्होंने अल्मोड़ा के धौलछीना क्षेत्र के धौलछीना-कफड़खान मार्ग का ज़िक्र करते हुए कहा कि उत्तराखंड को पृथक राज्य के रूप में अस्तित्व में आये हुए दो दशक बीत गए हैं। इस बीच कई सरकारें आईं और गईं लेकिन किसी भी सरकार ने धौलछीना-कफड़खान मोटर मार्ग की दशा सुधारने का प्रयास नहीं किया। लगभग चार दशक पूर्व बनी इस सड़क में अब तक डामरीकरण नहीं हो सका है। लोनिवि की अनदेखी से यह मोटर मार्ग पूरी तरह बदहाल हो चुका है।

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि धौलछीना-कफड़खान रोड का निर्माण करीब 40 वर्ष पूर्व हुआ था। तब से धार्मिक पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली इस महत्वपूर्ण रोड पर डामरीकरण नहीं किया जा सका। धौलछीना से कफडखान (गैराड) तक 14 किलोमीटर लंबी यह सड़क निर्माण से अब तक डामरीकरण की बाट जोह रही है। उन्होंने कहा कि सड़क पर कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और बारिश होने पर इन स्थानों पर सड़क तालाब बन जाती है। कीचड़ से पटी सड़क पर दो पहिया और चौपहिया वाहनों का निकलना मुश्किल हो रहा है। कईं राहगीर इन गड्ढो में गिरकर ज़ख्मी हो रहे हैं। पूर्व में इस सड़क में प्रथम और द्वितीय चरण की सोलिंग तो की गई मगर डामर नहीं होने से सड़क की हालत खराब हो चुकी है।

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प्रसिद्ध जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि जगह-जगह से टूटी और उखड़ी हुई इस सड़क की वजह से धौलछीना से बिनसर, बागेश्वर और गैराड मंदिर आने जाने वाले यात्रियों और पर्यटकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह सड़क अल्मोड़ा, चितई, बाड़ेछीना, धौलछीना मार्ग का विकल्प भी है। सड़क पर डामरीकरण होने और सुचारु यातायात होने पर जिला मुख्यालय अल्मोड़ा से धौलछीना तक लगभग आठ किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की ओर से कई बार लोनिवि और प्रशासन से इस मार्ग पर डामरीकरण कराए जाने की गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। वहीं स्थानीय लोगों की शिकायत पर यह मामला मुख्यमंत्री दरबार तक भी पहुंच चुका है किन्तु अभीतक इस मार्ग की सुध लेने की कोशिश नहीं की गई।

जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले का संज्ञान लें और तत्काल इस पूरे मार्ग का मुआयना करवाकर, लोक निर्माण विभाग व प्रशासन को इस मार्ग को ठीक करने हेतु निर्देशित करें। उन्होंने कहा कि हमारे मंदिर एवं ऐतिहासिक धार्मिक स्थल ही देवभूमि की पहचान है। ये बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि इन स्थलों पर पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं एवँ पर्यटकों को तकलीफें झेलनी पड़ रही हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों को जाने वाले इस मार्ग की शीघ्र ही मरम्मत कर राहगीरों को राहत प्रदान की जाए।

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