पंचायत उत्तराखण्ड कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने किया प्रतिभाग, कही ये बात
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को देर सायं आईएसबीटी स्थित स्थानीय होटल में आयोजित पंचायत उत्तराखण्ड कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर आयेजित परिचर्चा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंहधामी ने राज्य सरकार द्वारा राज्य के विकास के लिये किये जा रहे प्रयासों एवं जनहित से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन से सम्बन्धित विषयों पर बेबाकी से अपने विचार रखे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 5 सालों में केन्द्र सरकार द्वारा राज्य के विकास के लिये एक लाख करोड़ की तथा राज्य सरकार द्वारा भी करोड़ों की लागत की योजनायें स्वीकृत की हैं। इन योजनाओं पर तेजी से कार्य किया गया है जो अब धरातल पर दिखाई देने लगी है। उन्होंने कहा कि ये योजनायें पूर्णतः धरातल पर दिखायी दें तथा उनका लाभ जनता को मिले उसके लिये वे निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 5 माह में अपने कार्यकाल में उन्होंने रात दिन जनता की सेवा के लिये अर्पित किये हैं। प्रतिदिन वे लगभग दो जनपदों का भ्रमण कर योजनाओं के क्रियान्वयन तथा जन समस्याओं का निराकरण कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विकास किया जा रहा है। अवस्थापना सुविधाओं के विकास, चिकित्सकों आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना में 4 लाख लोगों को इलाज की सुविधा देकर 500 करोड़ की धनराशि व्यय की गई है।
उन्होंने कहा कि हमारा एजेण्डा चुनाव नहीं बल्कि राज्य का समग्र विकास है। हमें आलोचनाओं से ऊर्जा मिलती है, समस्याओं के समाधान की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य के लोग राष्ट्रवादी, मेहनती व स्वाभिमानी हैं। वे मुफ्त की घोषणाओं के मोह में नहीं फंसते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसैंण हमारी भावनाओं से जुड़ा विषय है। यहां के समग्र विकास के लिये हम प्रतिबद्ध हैं। इसलिए इसे ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, किन्तु राज्य की कानून व्यवस्था, शांति, सुरक्षा, आध्यात्मिक स्वरूप तथा पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे इस पर भी हम ध्यान दे रहे हैं। हम तुष्टिकरण नहीं न्याय के सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश आपदा से प्रभावित रहता है। इसके लिये हमने केन्द्र सरकार से राज्य में आपदा प्रबंधन अनुसंधान केन्द्र स्थापित करने का अनुरोध किया है। इससे पूरे देश को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सरकारी नौकरियां हजारों में है जबकि बेरोजगार युवा लाखों में। युवा रोजगार लेने वाले नहीं रोजगार देने वाले बने इसके लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न स्वरोजगार योजनाएं संचालित की है तथा योजनाओं के ऋण सुविधा आसान बनाई गई है। जबकि 24 हजार सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी प्रारम्भ की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पलायन, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे तमाम मुद्दों पर आने वाले सालों में किस तरह सरकार और जनता के बीच समन्वय बनाकर कार्य किया जाए इसके लिए सरकार ने बोधिसत्व विचार श्रृंखला कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिसके माध्यम से सरकार विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर चुके अनुभवी लोगों से सुझाव प्राप्त किये जा रहे हैं। इस विचार श्रृंखला में प्राप्त सुझावों के आधार पर हम 2025 तक राज्य को हर क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने में सफल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की खुशहाली तथा राज्य के पारम्परिक उत्पादों को बढ़ावा देने में केन्द्र सरकार द्वारा पूरा सहयोग दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानां की आय को दुगुना करने तथा उनके जीवनस्तर में सुधार लाने के लिए अनेक योजनाएं संचालित की है, इससे किसानों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आ रहा है। राज्य सरकार की जरूरतों को केन्द्र सरकार द्वारा प्राथमिकता प्रदान कर उन्हें पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में किये गये सकारात्मक प्रयासों के लिए केन्द्र सरकार द्वारा राज्य को पुरस्कृत भी किया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य गठन के मूल में पर्यटन, ऊर्जा के साथ ही कृषि की अवधारणा भी शामिल रही है। हम इन क्षेत्रों में गंभीरता से प्रयासरत रहते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास के प्रति भी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं। राज्य के युवाओं में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल भावना विकसित करने के लिए उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान खेल नीति में किया गया है। राज्य के हर ग्राम पंचायत में ’’स्वस्थ युवा स्वस्थ उत्तराखंड’’ योजना के अन्तर्गत ओपन जिम खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने सी.डी.एस जनरल बिपिन रावत को नमन करते हुए कहा कि जनरल बिपिन रावत जी का उत्तराखण्ड के लिए जो विजन था उसे हम अवश्य पूर्ण करेंगे, एवं उनके बताए हुए रास्ते पर चलेंगे साथ ही उनकी परिकल्पना के अनुसार उत्तराखण्ड के सतत विकास हेतु कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व सीडीएस जनरल विपिन रावत के गांव तक सड़क बनाने के साथ ही कोटद्वार से भी उनके गांव को सड़क से जोड़ा जायेगा। उनके गांव में जन मिलन केन्द्र भी बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में ऐसे बहुत से काम हुए हैं, जिनकी पहले कल्पना नहीं की जा सकती थी। मोदी जी ने पहाड़ पर रेल पहुचाने के सपने को साकार किया है। आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना तथा सामरिक दृष्टि एवं भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। इसी प्रकार चार धाम ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट पर भी तीव्र गति से काम किया जा रहा है। चार धाम यात्रा उत्तराखण्ड के लिए लाइफ लाईन है और ये परियोजनाएं जहां चारधाम यात्रा को सुगम बनाएंगी, पर्यटन को बढ़ावा देगी वहीं हमारी अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन भी लाएगी। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे देहरादून से दिल्ली की दूरी को और कम करने वाला है। केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य अंतिम चरण मे हैं। प्रधानमंत्री द्वारा यहां 400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया है। बद्रीनाथ धाम के सौन्दर्यकरण के लिये 250 करोड़ की योजना बनायी गई है।