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चीन पहुँचे मोदी, राष्ट्रपति ने किया स्वागत

श्यामन/नई दिल्ली। चीन में सोमवार से शुरू हुए 9वें ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन में हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्यामन पहुंचे। इस दौरान मेजबान राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकोब जूमा का औपचारिक स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच खासी गर्मजोशी देखने को मिली।

उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम का मुद्दा:

इस सम्मेलन में उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम टेस्ट के मुद्दे के छाए रहने के आसार हैं। भारत समेत ब्रिक्स के सभी सदस्य देशों ने उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम परीक्षण का कड़ा विरोध किया है।

PAK प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार को चीन पहुंचे। इस सम्मेलन में भारत आतंकवाद का मुद्दा उठा सकता है। वहीं PAK प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा उठाने से पहले चीन ने पाकिस्तान का बचाव करते हुए कहा कि ब्रिक्स सम्मेलन में पाकिस्तान पर चर्चा उपयुक्त नहीं है। बताया जा रहा है कि इस समिट में भारत गोवा शिखर सम्मेलन के मुद्दों को आगे बढ़ाएगा। वहीं आज पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी।

सदस्य देशों को मतभेद दूर करने की सलाह:

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि ब्रिक्स देशों को ‘ज्वलंत मुद्दों’ के समाधान में कूटनीतिक मूल्यों को बनाए रखना चाहिए। शी ने हाल ही में भारत के साथ डोकलाम में हुए गतिरोध का सीधे उल्लेख नहीं किया, लेकिन कहा कि मुद्दों के हल का आधार ‘शांति और विकास’ होना चाहिए क्योंकि विश्व ‘संघर्ष और टकराव’ नहीं चाहता। उन्होंने कहा, ‘हम ब्रिक्स देशों को वैश्विक शांति और स्थायित्व बरकरार रखने की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।’

डोकलाम विवाद के बाद PM मोदी की जिनपिंग से मुलाकात:

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी डोकलाम विवाद के बाद पहली बार चीनी राष्ट्रपति से मिले। कल यानी 5 सितंबर को दोनों नेताओं की अलग से मुलाकात भी तय है। मोदी से मुलाकात के पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सकारात्मक संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों को साझा और मजबूत सुरक्षा पर आधारित वैश्विक शांति और स्थिरता को बरकरार रखना चाहिए।

द्विपक्षीय बैठकें करने का मौका:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका (ब्रिक्स) सम्मेलन में भाग लेने के लिए ऐसे समय पहुंचे हैं, जब कुछ ही दिन पहले भारत और चीन के बीच डोकलाम मुद्दे पर 73 दिनों से जारी गतिरोध समाप्त हुआ है और दोनों देशों ने अपनी सेनाएं डोकलाम से हटाने पर सहमति जताई। मोदी ने ब्रिक्स पर कहा कि उनके पास ब्रिक्स सम्मेलन के इतर नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने का मौका है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत ब्रिक्स की भूमिका को बहुत महत्व देता है, जिसने प्रगति और शांति के लिए अपनी साझेदारी का दूसरा दशक शुरू किया है। विश्व में शांति और सुरक्षा को बनाए रखने, वैश्विक चुनौतियों से निपटने में ब्रिक्स की महत्वपूर्ण भूमिका है।’ मोदी ने कहा कि पांच सितंबर को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी में होने वाली ‘ब्रिक्स इमर्जिंग मार्केट एंड डेवलपिंग कंट्री डायलाग’ में वह ब्रिक्स के साझेदारों समेत नौ अन्य देशों के नेताओं के साथ बातचीत को लेकर उत्सुक हैं। उन्होंने बताया, ‘हम ब्रिक्स बिजनेस परिषद के साथ भी रूबरू होंगे।’

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