चुनाव जीतने के लिए इस स्तर की राजनीति रहे कर रहे मोदी: इमरान अहमद
देहरादून। गुजरात विधानसभा चुनाव के समय के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान को लेकर कांग्रेस ने दावा किया कि आरटीआई आवेदन के जवाब से यह बात सामने आई है कि मोदी ने चुनाव में ‘पाकिस्तान की साजिश’ का जो आरोप लगाया था उसका ठोस आधार नहीं था। इसी गंभीर मामले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोनिया गांधी विचार मंच के राष्ट्रीय महासचिव इमरान अहमद ने कहा कि ‘चुनाव जीतने के लिए इस स्तर की राजनीति करने के लिए’ प्रधानमंत्री मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस नेता ने देहरादून में पत्रकारों से कहा, ‘‘गुजरात चुनाव के समय प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान की साजिश से चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व सेना प्रमुख दीपक कपूर और कुछ अन्य प्रमुख लोगों के नाम लिए। उन्होंने कहा, ‘‘आरटीआई के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय कह रहा है कि प्रधानमंत्री के पास यह सूचना अनौपचारिक स्रोत से आई थी। इस पर इमरान अहमद ने मांग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अनौपचारिक स्रोत के आधार पर सनसनीखेज आरोप लगाने के लिए देश से माफी मांगे।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री हर चुनाव में अपने पद की मर्यादा भूल जाते हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के चुनाव के दौरान कब्रस्तान और श्मशान की बात की। फिर गुजरात के समय पाकिस्तान की साजिश की बात करने लगे। ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने’ संबंधी उल्लेख वाले एक कथित पत्र के बारे में पूछे जाने पर इमरान अहमद ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के लिए किसी तरह की धमकी की बात हो, चाहे वह अफवाह ही क्यों न हो, उसकी जांच होनी चाहिए। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश की जनता का मोदी लहर और भाजपा से मोहभंग हो चुका है। इसका ताजा उदाहरण देश के भीतर हाल ही में हुए उपचुनाव में देखने को मिला और आगामी आम चुनाव में भी भाजपा को करारी शिकस्त मिलने जा रही है। उन्होंने कहा कि अब जनता भाजपा के जुमलों की सच्चाई को समझ चुकी है, इसलिए हर चुनाव से पहले स्वयं प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के नेता देश का ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए तरह-तरह के बयान दे रहे हैं। मगर धीरे-धीरे उनके सारे झूठे आरोपों से पर्दा उठ रहा है। इमरान अहमद ने कहा कि झूठ कितना ही बलवान क्यों न हो अंत में जीत सत्य की ही होती है।