वरिष्ठ समाजसेवी एवं प्रसिद्ध कवि मुनीश चंद्र सक्सेना के निधन पर जताया शोक
समाज में अपनी काव्यात्मक कृतियों के माध्यम से मानवता की सेवा और खुशियों की सौगात का संदेश देने वाले सक्सेना चीफ गुडस सुपरिटेंडेंट रेलवे के पद से सेवानिवृत्त होकर सामाजिक सरोकारों से जुड़ गए थे।
देहरादून। राजधानी के अधिकांश कवि सम्मेलनों और मुशायरो की शोभा बढ़ाने वाले समाजसेवी कविवर मुनीश चंद्र सक्सेना के 86 वर्ष की आयु में निधन होने पर सामाजिक संस्थाओं ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए इनके निधन को साहित्यिक जगत की अमूल्य क्षति बताया है। समाज में अपनी काव्यात्मक कृतियों के माध्यम से मानवता की सेवा और खुशियों की सौगात का संदेश देने वाले सक्सेना चीफ गुडस सुपरिटेंडेंट रेलवे के पद से सेवानिवृत्त होकर सामाजिक सरोकारों से जुड़ गए थे।
उनका अंतिम संस्कार लखीबाग श्मशान घाट में किया गया। शोक व्यक्त करने वालों में भारत विकास परिषद के रोहित कोयले, सिख वेलफेयर सोसाइटी के अमरजीत सिंह भाटिया, गवर्नमेंट पेंशनर संगठन के चौधरी ओमवीर सिंह, कंज्यूमर सोसायटी के ब्रिगेडियर केजी बहल, संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी, पर्यावरणविद जगदीश बावला, डॉ कुलदीप दत्ता, डॉक्टर मुकुल शर्मा, होप के योगेश अग्रवाल, आंदोलनकारी विजय पाहवा, डॉक्टर शैलेंद्र कौशिक, महिला मंच की अरुणा थपलियाल, डॉक्टर चित्रगुप्ता, शांति प्रसाद नौटियाल आदि थे।