कांग्रेस की योजनाओं को अपना बता रही त्रिवेंद्र सरकार विकास में साबित हुई फिसड्डी: आज़ाद अली
देहरादून। 18 मार्च 2017 को अस्तित्व में आयी त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार को बने 7 माह से भी अधिक समय हो चुका है किन्तु इस कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह और उनकी सरकार ने उत्तराखंड में कोई विकास कार्य नहीं किया। ये कहना है उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आज़ाद अली का।
मीडिया से बातचीत के दौरान आज़ाद अली ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को बने हुए इतना समय व्यतीत हो चुका है किन्तु सरकार ने राज्य में कोई विकास कार्य नहीं किया है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार सिर्फ कांग्रेस की योजनाओं को अपना बताकर वाहवाही लूटने में लगी हुयी है। विकास के नाम पर त्रिवेंद्र सरकार के पास कोई उपलब्धि नहीं है। वह मात्र कांग्रेस की बैसाखियों के सहारे चल रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्री और स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र जगह-जगह अपने विकास के कार्यों का झूठा ढ़ोल पीट रहे हैं जबकि हकीकत उससे काफी परे है। सच प्रदेश की जनता जानती है कि त्रिवेंद्र सरकार किस तरह विकास में फिसड्डी साबित हुई है।
आज़ाद अली ने कहा कि राज्य को विकास की राह पर आगे ले जाने के नाम पर सरकार बस रेंग रही है। खड़े होकर चलना इस सरकार के बस की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले भाजपा ने प्रदेश की जनता से अनेकों वायदे किये थे किन्तु सत्ता पाते ही वो उन सब वादों को भूलकर महज़ सत्ता का सुख भोगने में लग गयी।
आज़ाद अली ने कहा कि आज प्रदेश की जनता ये महसूस कर रही है कि उत्तराखंड में बस एक ही पार्टी विकास की गंगा बहा सकती है और वो है कांग्रेस। उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश से एक स्वर में ये ही आवाज़ आ रही है कि “कमल का फूल, हमारी भूल” किन्तु बावजूद इसके सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है और वो बेशर्मी की इंतहा पार कर बस अपने ही फिसड्डी ढर्रे पर कायम है। विकास के नाम पर सरकार सिर्फ़ खुद को घिसड़ रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में विकास के नाम पर भाजपा सरकार द्वारा करोड़ों रुपयों को ठिकाने लगाया जा रहा है और गाहे-बगाहे सरकार के कई कारनामें और घोटाले भी उजागर हो रहे हैं जिससे ये साबित हो रहा है। त्रिवेंद्र सरकार उत्तराखंड के विकास के लिये कितनी गम्भीर और समर्पित है।