मकर संक्रांति पर कोरोना का असर, श्रद्धालुओं को नहीं मिलेगी ‘हर की पैड़ी’ पर एंट्री
हरिद्वार। देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन ने ‘मकर संक्रांति’ पर श्रद्धालुओं के स्नान पर रोक लगा दी है। साथ ही 14 जनवरी को ‘हर की पौड़ी’ पर भी श्रद्धालुओं की एंट्री प्रतिबंधित रहेगी। रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा और पुलिस को इसका सख्ती से पालन करवाने के आदेश दे दिए गए हैं। हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने इसको लेकर एक आदेश जारी किया है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में सोमवार को 1292 नए संक्रमित मिले थे। वहीं पांच मरीज की मौत हुई थी। कुल मृतकों की संख्या 7429 हो गई है। संक्रमण दर 07.57 प्रतिशत हो गई है। जबकि 294 संक्रमित ठीक हुए हैं। 5009 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। कुल संक्रमितों की संख्या 352177 हो गई है। राज्य में कुल 332949 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। रिकवरी दर 94.54 प्रतिशत दर्ज की गई। जबकि देहरादून जिले में सबसे अधिक 441 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।
नैनीताल में 220, हरिद्वार में 254, पिथौरागढ़ में 12, अल्मोड़ा में 36, ऊधमसिंह नगर में 193, चंपावत में 07, टिहरी में 28, उत्तरकाशी में 09, बागेश्वर में 07, पौड़ी में 56, चमोली में 15, रुद्रप्रयाग में 14 संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या घटी है।
इसके अलावा ऋषिकेश में भी कोरोना के प्रकोप को देखते हुए सभी घाटों पर स्नान पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद 14 जनवरी को श्रद्धालु स्नान नहीं कर पाएंगे। दरअसल कोरोना के बढ़ते मामलों को काबू करने के लिए ये फैसला लिया गया है।