कोविड-19 के बीच एक और खतरनाक वायरस की दस्तक से हड़कंप, पढ़िये पूरी खबर
नई दिल्ली। अभी मध्य प्रदेश और राजस्थान में कोरोना वायरस का कहर खत्म भी नहीं हुआ था कि अब बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। इन दोनों राज्यों में मृत मिले कौवों में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई है। एमपी के इंदौर में मृत मिले कौवों में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई है। इंदौर डेली कॉलेज में लगातार कौवों की मौत हो रही है। रविवार को मृत मिले 14 कौवों का परीक्षण करने पर उनमें 10 में एच5एन8 एवियन इन्फ्लूएंजा का पता लगा है। एच5एन1 से लेकर एच5एन5 टाइप के बर्ड फ्लू वायरस को घातक माना जाता है, यह संक्रामक भी होता है. हालांकि एच5एन8 एवियन इन्फ्लूएंजा से सिर्फ कौवों की ही मौत हुई है।
वहीं राज्य के खरगोन में भी 3 दिन से पेड़ों से मरे हुए कौवे गिर रहे हैं। अचानक कौवों की मौत से इलाकों में हड़कंप मच गया है। 3 दिन के अंदर एक ही स्थान पर 20 से अधिक कौवों की मौत हुई है। पशु विभाग ने बर्ड फ्लू की जांच के लिए सैंपल कलेक्ट किए हैं। पिछले 3 दिनों से लगातार कौवे के गश खाकर पेड़ से गिरने और मरने का सिलसिला चल रहा है। इससे आसपास के रहने वाले लोगों में भय का माहौल है।
दूसरी तरफ राजस्थान में पिछले दिनों सैंकड़ों पक्षियों की मृत्यु की जांच में बर्ड फ्लू के नमूने मिलने के बाद पशुपालन विभाग ने इससे निपटने के लिए राज्य स्तरीय नियंत्रण स्थापित किया है। रविवार को यहां के प्रतिष्ठित जल महल में सात कौवे मृत पाए थे। राज्य में मृत पक्षियों की संख्या 252 पहुंच गई है। पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीणा ने संवाददाताओं को बताया कि मरने वाले पक्षियों में सबसे ज्यादा संख्या कौवों की है और अधिकांश मामले कोटा और जोधपुर संभाग से सामने आये हैं। इससे निपटने के लिए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
मीणा ने बताया, ‘‘वायरस खतरनाक है और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए है। सभी क्षेत्राधिकारियों और पोल्ट्री फार्म मालिकों को सतर्क रहने को कहा गया है। सभी स्थलों, विशेष रूप से तराई वाले क्षेत्रों, सांभर झील और कैला देवी पक्षी अभयारण्य में प्रभावी निगरानी सुनिश्चित की गई है।’’ उन्होंने बताया कि 25 दिसम्बर को झालावाड़ में कौवे की मौत की सूचना मिली थी और नमूनों को जांच के लिये भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भेजा गया था जिसके परिणामों ने बर्ड फ्लू की पुष्टि की थी।
अब तक झालावाड़ में 100, बांरा में 72, कोटा में 47, पाली में 19, जोधपुर में 7 और जयपुर में 7 कौवों के मरने की सूचना है। विभाग की सचिव आरूषी मलिक ने कहा कि केन्द्र के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सभी जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ भवानी राठौड़ ने बताया, ‘‘स्थिति चिंताजनक नहीं है लेकिन हम यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि वायरस अन्य घरेलू जानवरों में प्रवेश नहीं करे।’’ उन्होंने बताया कि 75 नमूनों को विभिन्न स्थानों पर जांच के लिये भेजा गया है।