दीवार ने खोला मासूम की हत्या का राज
हरिद्वार : लक्सर के कुन्हारी में मासूम की हत्या के मामले में गिरफ्तार गुलशनव्वर ने वारदात के बाद खून से सने कपड़ों को परिजनों के सहयोग से जला दिया था। यही नहीं खून से सने हाथों को अपने मकान की दीवारों पर पोछकर और गोबर से लीपकर मिटाने की भी कोशिश की थी, लेकिन हाईटेक मोबाइल के कैमरे की नजर से गोबर में छिपे खून के धब्बे नहीं छिप सके।
घटना वाले दिन गुलशनव्वर जल्दी आ गया। उसने पड़ोस की बच्ची को अकेले जाते देखा तो उसे निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवन में बुला लिया और उससे दुष्कर्म किया। वारदात के बाद गुलशनव्वर वहां से निकल रहा था कि गुलशनव्वर के एक भाई ने भवन से एक युवक को निकलते देखा। उसे वह युवक गुलशनव्वर के जैसा लगा, जिस पर भाई ने घेर में पहुंचकर पाया कि गुलशनव्वर सो रहा है।
भाई ने गुलशनव्वर को जगाकर एक संदिग्ध युवक के भवन के पास दिखने की बात कही। इसके बाद दोनों भाई आंगनबाड़ी भवन पहुंचे और मृत बच्ची के भवन परिसर में पड़ी होने की जानकारी गांव में दी। पुलिस ने जांच के दौरान गुलशनव्वर से पूछताछ तो उसने रात में भवन नहीं जाने की बात कही।
बयान में झोल होने पर पुलिस ने सख्ती से गुलशनव्वर से पूछताछ की, जिसके बाद राज खुल गया। पुलिस ने गुलशनव्वर के घर की चेकिंग की, जिस पर पता चला कि घर की दीवारों पर गोबर लीपा गया है। गुलशनव्वर ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद उसके कपड़ों में खून लगा था, जिसे उसने परिजनों के सहयोग से जला दिया था।
भोजन नहीं खाने से खुला राज
पुलिस ने हत्या से पर्दा उठाने से पहले सवा दो सौ लोगों से पूछताछ की। पूछताछ में गुलशनव्वर से दिनचर्या के बारे में पूछताछ की गई, जिस पर उसने सुबह से रात तक की जानकारी दी। पुलिस ने सुबह, दिन व रात में भोजन करने के बारे में पूछा और भोजन में दाल-सब्जी के बारे में पूछा। सुबह व दोपहर के खाने के बारे में तो गुलशनव्वर ने बता दिया, लेकिन रात के बारे में नहीं बता सका। इससे पुलिस को संदेह हुआ था, जिसके बाद मामला खुलता चला गया।