Dehradun News: बंजर भूमि पर लहलहाई डेमेस्क गुलाब की खेती, विकसित किया मॉडल बगीचा
सगंध पौध केंद्र सेलाकुई ने भाऊवाला के पास मॉडल बगीचा विकसित किया है। वर्षा जल से खेती में कामयाबी मिली है। पहली बार गुलाब फूलों का तुड़ान किया गया।

देहरादून। सगंध पौध केंद्र सेलाकुई (कैप) ने भाऊवाला के समीप नौ एकड़ जमीन पर पर्वतीय क्षेत्र के लिए बंजर भूमि में वर्षा जल एकत्रित कर एरोमा का मॉडल बगीचा तैयार किया है। इस बगीचे में डेमेस्क गुलाब को उगाने में मिली कामयाबी के बाद सोमवार को पहली बार फूलों का तुड़ान किया गया।
सगंध पौध केंद्र के निदेशक डॉ.नृपेंद्र चौहान ने बताया कि एरोमा की खेती रोजगार और किसानों की आर्थिक को मजबूत करने का सबसे अच्छा जरिया बन सकता है। कैप ने भाऊवाला में मॉडल बगीचा विकसित किया है। जिसमें डेमेस्क गुलाब के अलावा सुरई, कपूर, लैमन ग्रास, तेजपात, रोजमेरी के बगीचे तैयार किए गए।
डेमेस्क गुलाब से पहली बार फूलों को निकाला गया। इसमें 150 किलो फूल एकत्रित किया गया। उन्होंने कहा, पर्वतीय क्षेत्रों में जहां पर सिंचाई की सुविधा नहीं है और खेत बंजर हैं, वहां पर किसान डेमेस्क गुलाब की खेती को आसानी कर सकते हैं।
भाऊवाला बगीचे में पानी नहीं था। इसके लिए वर्षा जल संग्रहण कर ड्रिप सिस्टम से सिंचाई की जा रही है। निदेशक ने बताया बगीचे में पहली बार डेमेस्क गुलाब फूल निकालने के साथ फील्ड कर्मचारियों को खेती की जानकारी दी गई। इस मौके पर डॉ. ललित, डॉ. जफर हैदर, डॉ. अरविंद मौजूद थे।