दिल्ली की सड़कों पर नजर रखेंगे ब्राजील के AI कैमरे
बेंगलुरु। ब्राजील की सिक्यॉरिटी कंपनी पोलसेक अगले महीने से दिल्ली, मुंबई और आगरा की सड़कों पर अपने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस बेस्ड कैमरों की टेस्टिंग शुरू करेगी। शुरुआत में स्मार्ट आइज नाम के इन कैमरों की 100 यूनिट इंस्टॉल की जाएंगी। कंपनी सभी जरूरी फीचर्स जोड़ने के बाद इन शहरों में कैमरों की संख्या बढ़ाएगी।
स्मार्ट आइज असामान्य मूवमेंट, ट्रैफिक रूल्स के उल्लंघन, अनाधिकृत क्षेत्रों में वीइकल्स के रुकने या अवैध पार्किंग को पकड़ सकती है। पोलसेक के चीफ एग्जिक्यूटिव, रेनाटो वर्नर ने बताया है कि इससे अथॉरिटीज के लिए आसानी हो जाएगी। वर्नर इंडिया-ब्राजील चैंबर ऑफ कॉमर्स के अडवाइजरी बोर्ड के मेंबर भी हैं।
इस कैमरे के काम करने के तरीके के बारे में उन्होंने बताया, ‘कैमरा कुछ समय के बाद यह पता लगा लेगा कि प्रत्येक दिन किसी विशेष समय पर कितने लोग सड़क पार करते हैं। अगर यह संख्या अचानक तिगुनी हो जाती है, तो कैमरा इसकी रिपोर्ट देगा।’ इसी तरह यह कारों को नो पार्किंग जोन में रोकने या खड़ा करने का भी पता लगाएगा। पूरी तरह रोटेट होने वाला यह कैमरा इसके बाद अपने स्पीकर के जरिए ड्राइवर को कुछ अलर्ट भेजेगा और अगर इसके बाद भी कोई कदम नहीं उठाया जाता तो यह निकट की ट्रैफिक पुलिस या सरकारी अधिकारियों से कार्रवाई करने के लिए संपर्क करेगा। यह पूरी प्रक्रिया कुछ सेकेंड के अंदर पूरी हो जाएगी।
वर्नर ने कहा, ‘इन कैमरों में आसानी से फीचर्स जोड़े जा सकते हैं। अभी तक देश की राज्य सरकारों ने कचरे के जमा होने, पार्किंग की समस्याओं और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को लेकर कैमरों के इस्तेमाल में दिलचस्पी दिखाई है। ये कैमरे मुख्यतौर पर नॉलेज, एक्सपीरियंस और समझ के आधार पर काम करते हैं। इन्हें पूरे शहर में कनेक्ट किया जाएगा। इन कैमरों की प्रत्येक यूनिट की कॉस्ट 280 डॉलर (लगभग 17,950 रुपये) है।’
पोलसेक इन कैमरों को लेकर स्विट्जरलैंड और कोलंबिया की सरकारों के साथ भी काम कर रही है। नागरिकों की प्राइवेसी को बरकरार रखने के लिए, कैमरे में चेहरे को कवर करने का फंक्शन मौजूद है लेकिन अगर कोई मुश्किल स्थिति आती है तो इस फीचर को डिसएबल किया जा सकता है।