देश को किस ओर लेकर जाना चाहते हैं मोदी और शाह: आज़ाद अली
देहरादून। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी के टर्नओवर को लेकर उठ रहे सवालों पर उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आज़ाद अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी और शाह देश को गुमराह कर रहे हैं।
एक वेबसाइट की खबर में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) के आंकड़ों के हवाले से बताया गया कि जय अमित शाह के मालिकाना हक वाले टेंपल इंटरप्राइजेज की संपत्ति में वर्ष 2015-16 के दौरान 16,000 गुना इजाफा हुआ और कंपनी 50 हजार से सीधे 80 करोड़ की हो गई। इसी खबर को आधार बनाकर कांग्रेस मोदी सरकार और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को घेरने में लगी है।
इसी मामले पर आज़ाद अली ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर इतने गम्भीर मुद्दे पर मोदी जी चुप क्यों हैं। देश को ज्ञान बांटने वाले और बड़ी-बड़ी बातें करने वाले पीएम मोदी आखिर कब इस मामले में सफाई पेश करेंगे।
उन्होंने कहा कि देश में नोटबंदी करवाकर मोदी जी ने बड़े उद्योगपतियों को ही फायदा पहुंचाया है। आलम ये है की भाजपा के मंत्री, नेता एवं उनके करीबी अधिक अमीर होते जा रहे हैं और देश गरीब।
आज़ाद अली ने कहा कि नोटबंदी के दौरान घरेलू महिलाओं की रसोई के डिब्बों व गुल्लकों में बंद जमा पूंजी तक बाहर निकलवा दी गयी जबकि बड़े उद्योगपतियों का हिसाब पूछने वाला कोई नहीं। उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आखिर देश में ये हो क्या रहा है। मोदी और शाह देश को किस ओर लेकर जाना चाहते हैं।
आज़ाद अली ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे को निशाने पर लेते हुए कहा ‘जिस कंपनी को 2013-14 में नुकसान हुआ हो, उसका टर्नओवर 50,000 से अचानक बढ़कर 80 करोड़ 50 लाख हो गया। आखिर कंपनी का टर्नओवर एक ही साल में 16 हजार गुना कैसे बढ़ गया?’
आज़ाद अली ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि, ‘ऐसा कौन सा व्यापार का मॉडल रहा, जो इतना सफल हुआ। ये तो देश के बेरोजगार युवाओं को भी बताना चाहिए।’ इसके साथ ही उन्होंने इस मामले में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बयान पर सवाल उठाते हुए पूछा कि पीयूष गोयल सरकार के मंत्री हैं या जय शाह के प्रवक्ता। जो अपने मंत्रालय के कार्यों को छोड़कर एक उद्योगपति के कार्यों का ब्यौरा देश को दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा देश को अंधेरे में रखकर विकास का ढिंढोरा पीट रही है। अब देश का कितना विकास हो रहा है और कितना विनाश ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।