जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने की विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा, दिए आवश्यक दिशा निर्देश
जिलाधिकारी द्वारा समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि उनके क्षेत्र में जमीनी वाद-विवाद, सड़क में आयी जमीन के मुआवजा, सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतें और मजिस्टेरियल जांच आदि लंबित मामलों का जल्द से जल्द समाधान किया जाए।
पिथौरागढ़। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ जीना जोशी की अध्यक्षता में मासिक स्टाफ समीक्षा बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा राजस्व, आबकारी, खनन, आपदा प्रबंधन और पूर्ति विभाग आदि के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में उपस्थित विभिन्न विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी द्वारा समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि उनके क्षेत्र में जमीनी वाद-विवाद, सड़क में आयी जमीन के मुआवजा, सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतें और मजिस्टेरियल जांच आदि लंबित मामलों का जल्द से जल्द समाधान किया जाए। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने वाले 10-10 शिकायतकर्ताओं से प्रतिदिन दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया जाए और उनकी समस्याओं को जानकर उनका समाधान करने का कार्य किया जाए। जिलाधिकारी द्वारा जनपद अंतर्गत ऐसे परिवार जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन कर रहे हैं और अंत्योदय राशन कार्ड बनवाना चाहते हैं उनके लिए ग्राम स्तर पर खुली बैठक कराकर अंत्योदय राशन कार्ड बनाने का कार्य किये जाने के लिए समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया।
उपजिलाधिकारी धारचूला दिवेश सासनी को निर्देशित किया गया कि जौलजीबी में लोगों द्वारा सोक पिट नहीं बनाए गए हैं और उनके द्वारा सीवर का पानी सीधे काली नदी में प्रवाहित किया जा रहा है। जौलजीबी में जिस परिवार का सीवर टैंक नहीं है वह शीघ्र बनवा लें। जौलजीबी में रोड के दोनों साइड वाहन खड़े कर, दुकान सजाकर व अन्य माध्यम से सड़क पर अतिक्रमण का कार्य किया जा रहा है जिसको हटाने के लिए कहा गया।
बैठक में उपस्थित जिला आबकारी अधिकारी गोविंद सिंह मेहता को निर्देशित किया गया कि मूल्य से अधिक दाम पर शराब बेच रहे विक्रेताओं पर कार्यवाही की जाए और उनका चालान किया जाए इसके साथ ही जनपद में कच्ची शराब बनाने वालों पर कार्यवाही की जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि हाईवे के किनारे खुली शराब के दुकानों को स्थानांतरित किया जाए। एआरटीओ, पिथौरागढ़ कृष्ण चंद पलडिया को निर्देश दिए कि दोपहिया वाहन पर हेलमेट का प्रयोग न करने की स्थिति में चालान काटने की कार्यवाही की जाए। जनपद में गाड़ियों का फिटनेस सर्टिफिकेट बनाया जाए और अनफिट वाहनों को परिवहन के लिए प्रतिबंधित किया जाए। जनपद में ऐसी सरकारी बिल्डिंग जो निष्प्रयोजित हैं उनको चयनित किया जाए और अन्य कार्यों हेतु उपयोग में लाया जाए। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र सिंह को विस्थापन प्रकरणों तेजी लाने के निर्देश दिए।
उक्त बैठक में उप जिलाधिकारी सदर अनुराग आर्य, उपजिलाधिकारी गंगोलीहाट/बेरीनाग अनिल शुक्ला, उपजिलाधिकारी धारचूला/मुनस्यारी दिवेश सासनी, उपजिलाधिकारी डीडीहाट भगत सिंह फोनिया, एआरटीओ कृष्णचंद्र पलड़िया, जिला आबकारी अधिकारी गोविंद सिंह मेहता, समस्त तहसीलदार एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।