नहाने के बाद न करें ये गलतियां, हो सकते हैं कई बड़े नुकसान
वास्तु शास्त्र में घर के रख-रखाव, साज-सज्जा और दिशाओं को लेकर कुछ नियम हैं, वास्तु के इन नियमों का पालन करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है और परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य भी बेहतर बना रह सकता है। कहा जाता है कि जहां एक तरफ वास्तु के इन नियमों से फायदा हो सकता है वहीं दूसरी तरफ इन्हें नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। वास्तु दोष को नज़रअंदाज करते हुए ऐसी स्थिति में आपको शारीरिक और मानसिक परेशानी होगी। वास्तु में इंसान के रोजमर्रा के कामों को लेकर भी कुछ जरूरी बातें कही गई हैं। इन्हीं में से एक है नहाना। स्नान को वास्तु में ही नहीं सनातन धर्म में भी विशेष महत्व दिया गया है।
किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले स्नान कर लेना अच्छा माना जाता है। नहाने के बाद भी कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है और इन्हें नज़रअंदाज करना किसी भूल से कम नहीं है। इस लेख में हम आपको वास्तु के अनुसार नहाने के बाद की जाने वाली गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
नहाने के बाद कपड़े धोना
कुछ लोगों की आदत होती है कि वे नहाने के बाद अपने कपड़े बाथरूम में ही छोड़ देते हैं और शाम तक ये कपड़े ऐसे ही पड़े रहते हैं। वास्तु में इसे बहुत बड़ी गलती माना जाता है, नहाने से पहले ही कपड़े उतारकर धुल दें, कई लोग कपड़े पहनकर नहाते हैं और फिर उसे धोने के लिए रख देते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें, क्योंकि वास्तु के अनुसार यह गलती आपको नुकसान पहुंचा सकती है।
बाथरूम को गंदा छोड़ना
बहुत सारे लोगों की आदत होती है वो नहाकर खुद तो साफ हो जाते हैं लेकिन बाथरूम गंदा कर देते हैं। ऐसा करना घर में पैसों की कमी का कारण बन सकता है। वास्तु में बाथरूम की साफ-सफाई को विशेष महत्व दिया गया है। नहाने के बाद हमेशा बाथरूम को अच्छी तरह से साफ करें और चीजों को व्यवस्थित करें, जो सामान जहां रखना चाहिए वहीं रखें। साथ ही हफ्ते में एक बार बाथरूम को अच्छी तरह से साफ करें।
बाल्टी में गंदा पानी छोड़ना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बाल्टी में साबुन या गंदा पानी छोड़ने से राहु और केतु नाराज हो सकते हैं। कहा जाता है कि जो लोग साफ-सफाई पर ठीक से ध्यान नहीं देते हैं उन्हें अक्सर राहु और केतु के कहर का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए नहाने के बाद बाल्टी धुलकर उसमें साफ पानी भरें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। हम इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करते हैं। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)