EARTHQUAKE: महाराष्ट्र के इस शहर में महसूस हुआ भूकंप का झटका, जानिए कितनी रही तीव्रता
महाराष्ट्र राज्य के सोलापुर जिले में गुरुवार को भूकंप का झटका लगा है। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि भूकंप के कारण अब तक किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं आई है।

सोलापुर। भारत समेत दुनियाभर के विभिन्न देशों में भूकंप की घटनाएं लगातार बढ़ती चली जा रही हैं। हाल ही में भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में भी विनाशकारी भूकंप आया जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई। भारत के अनेक राज्यों में भी बीते कुछ समय से लगातार भूकंप की घटनाएं सामने आ रही हैं। अब गुरुवार को महाराष्ट्र में भी भूकंप की घटना सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को महाराष्ट्र में सोलापुर जिले के कुछ हिस्सों में भूकंप के झटके लगे हैं।
कितनी रही भूकंप की तीव्रता?
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को महाराष्ट्र में सोलापुर में भूकंप के हल्के झटके महसूस हुए हैं। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 2.6 मापी गई है। सोलापुर जिले में भूकंप का झटका पूर्वाह्न 11 बजकर 22 मिनट पर दर्ज किया गया। इस भूकंप का केंद्र दक्षिण-पश्चिम महाराष्ट्र में स्थित इस जिले के संगोला के पास जमीन से पांच किलोमीटर की गहराई में था। सोलापुर जिले के अधिकारियों ने बताया है कि गुरुवार को आए भूकंप के कारण अब तक किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
म्यांमार में 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
दूसरी ओर म्यांमार में करीब एक सप्ताह पहले आए भीषण भूकंप में मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 3,085 हो गई। देश की सैन्य सरकार ने यह जानकारी दी। एक संक्षिप्त बयान में सेना ने कहा कि 4,715 लोग घायल हुए हैं तथा 341 लापता हैं। पिछले शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र म्यांमा के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था। इससे कई इलाकों में हजारों इमारतें ढह गईं, सड़कें टूट गईं और पुल नष्ट हो गए।
क्यों आते हैं भूकंप?
भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हाल के दिनों में भूकंप की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। आपको बता दें कि हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, ये प्लेट्स कई बार फॉल्ट लाइन पर टकराती हैं, जिससे घर्षण पैदा होता है। इस घर्षण से निकली ऊर्जा बाहर निकलने का रास्ता तलाशती हैं। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं।