उत्तराखंड निर्माण के कईं वर्ष बीत जाने के बाद आज भी उपेक्षित हैं राज्य आंदोलनकारी : भावना पांडे
देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, उत्तराखंड की बेटी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने उत्तराखंड के मौजूदा हालातों पर अफ़सोस जताया और साथ राज्य आंदोलनकारियों की पीड़ा बयां की।
देवभूमि की बेटी भावना पांडे ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर ये क्या हाल हो गया है हमारे उत्तराखंड का? क्या ये वही राज्य है जिसके लिए हम आंदोलनकारियों ने लंबी लड़ाई लड़ी, कईं महिलाओं ने अपनी अस्मत गवाईं और तमाम लोगों ने कुर्बानियां दी।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड को पृथक राज्य के रूप में अस्तित्व में आये 22 वर्ष का समय होने जा रहा है किंतु आज तक भी हम आंदोलनकारियों की कोई सुध नहीं ली गई। कईं आंदोलनकारी जिन्होंने राज्य निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया आज भी उपेक्षा के शिकार हैं और गुमनामी की ज़िंदगी जीने को विवश हैं।
#उत्तराखंड की बेटी हूँ, सवाल पूछती हूँ नेताओं से यदि आपने जवाब नहीं दिया तो छेड़ूँगी #जनांदोलन…#cm_uk #devbhoomi #uttarakhand @pushkardhami pic.twitter.com/ZJKpmXO0fV
— Bhawana Pandey (@officeBhawana) September 21, 2022
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि हम आंदोलनकारियों के साथ अन्याय हुआ है। राज्य गठन के बाद न हमें नौकरियां मिली और न हमारी कोई पूछ ही हुई। बस हमारा जीवन खराब हुआ। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी होने के नाते उत्तराखंड सरकार और राज्य के नेताओं से सवाल पूछना चाहती हूँ और प्रदेश को लेकर पिछले 22 सालों का हिसाब चाहती हूँ। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें जवाब नहीं मिला तो वे बड़े स्तर पर जनांदोलन करेंगी।