ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर चर्चाऐं हुई तेज

यह सब जानते हैं कि ईवीएम गुजरात में बनाई जाती हैं, इसलिए ईवीएम के साथ छेड़छाड़ को इनकार नहीं किया जा सकता।’ जांच की मांग का समर्थन करते हुए लालू यादव ने कहा, ‘हमने पहले भी इस बारे में चुनाव आयोग में शिकायत की है। इसको लेकर प्रदर्शन भी किए हैं।
चुनाव आयोग ने हमें भरोसा दिया था कि असली चुनाव से पहले हर बूथ पर मॉक पोल करवाया जाएगा, ताकि सभी पार्टियां यह सुनिश्चित कर सकें कि ईवीएम मशीनें सही चल रही हैं या नहीं। मुझे नहीं पता कि यूपी में मॉक पोल हुए थे या नहीं।’
देहरादून जनपद की राजपुर रोड विधानसभा सीट से एक निर्दलीय प्रत्याशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र के चिल्ड्रन्स एकेडमी बूथ में उनके परिवार के सात लोगों ने उनके चुनाव चिन्ह के सामने वाला बटन दबाया था किन्तु जब उस बूथ की काउंटीग हुई तो उनके खाते में महज एक ही वोट आया। उनका कहना है कि इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि ईवीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ हुई है जिस वजह से उनके समर्थन में बहुत कम वोट पड़े हैं और उनके क्षेत्र से बाहरी भाजपा प्रत्याशी को जीत हासिल हुई है।
ये अकेला ऐसा मामला नहीं हैं। ऐसे कई उदाहरण इन चुनावों में पांचों राज्यों में सुनने को मिल रहे हैं जो वाकई ईवीएम मशीन की कार्यप्रणाली को लेकर संदेह पैदा कर रहे हैं।