फिर दलबदल का इस्तेमाल कर सकती है भाजपा
देहरादून। बीजापुर स्थित राज्य अतिथिगृह मे पत्रकारो से बातचीत में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस ने सतत विकास संकल्प यात्रा का जो निर्णय लिया है, वह मौजूदा परिस्थिति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद भाजपा पर इस बात की जवाबदेही है कि उत्तराखंड मे राष्ट्रपति शासन क्यो लागू हुआ। क्यों विधानसभा से पारित बजट को नार्थ ब्लाक मे कैद किया गया। भाजपा ने सुनियोजित तरीके से दलबदल भी कराया। अब फिर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दलबदल की भाषा बोल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व जिस प्रकार से सभी संवैधानिक संस्थाओ के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है, उससे आरोप सटीक बैठता है। इसमे राजभवन, न्यायपालिका व विधानसभा शामिल है। उत्तराखंड इसमे एक केस हिस्ट्री है। सभी को पता है कि भाजपा के क्रियाकलप कैसे हैं। भाजपा सत्ता हथियाने के लिए अजीबो गरीब तरकीबों को आजमा रही है। जिसमें दलबदल मुख्य रूप से सटीक बैठता है। मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व जिस तरह की भाषा बोल रहा है, उससे ऐसा लगता है कि अपने राजनीतिक विरोधियो के खिलाफ फिर भाजपा दलबदल का इस्तेमाल करेगी। केद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए उन्होने कहा कि सरकार के तमाम प्रयासो के बावजूद अभी भी कतिपय मंत्रालय स्वीकृत योजनाओ के लिए केद्रांश मुक्त नही कर रहे है।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर और पेट्रोलियम राज्य मंत्री धर्मेद्र प्रधान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने शहीद स्मारक पर सरकार के स्टैड के बाद चीड़बाग मे स्मारक का शिलान्यास किया। अब कुछ नही हो रहा है। प्रदेश सरकार इसके लिए दो करोड़ रुपये देने को तैयार है। वहीं, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर आयोजित कार्यक्रम मे पीठसैण मे उन्होने कहा कि भाजपा को वोट देगे तो वहां सैनिक स्कूल बनाया जाएगा। उन्होने कहा कि रक्षा मंत्री वहां सैनिक स्कूल बनाने की घोषणा तो करे, प्रदेश सरकार इसके लिए जमीन और निर्माण कार्य के लिए पैसा भी देने को तैयार है। पेट्रोलियम राज्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि वे यहां आकर राजनीतिक कार्यो के लिए पैसा दे रहे है, वे कम से कम ओएनजीसी से स्टेडियम निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये दिलवाएं। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल पर विवेकाधीन कोष से धन आवंटन का भी बचाव किया। उन्होने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष एक विधायक भी हैं। वे विधायक के रूप मे भी क्षेत्रीय जनता का ध्यान रखें इसके लिए विवेकाधीन कोष बनाया गया है। उन्होंने इस कोष से अन्य लोगो को भी मदद दी है। उन्होंने उलटे सवाल पूछा क्या पहले ऐसा नही हुआ है। उन्होने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पर निशाना इसलिए साधा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने संविधान बचाने के लिए जो किया वह इतिहास मे दर्ज है। उन्होने कटाक्ष किया कि भाजपा को दरअसल हरीश रावत रूपी रतौधी लग गई है। उन्होने जेटली के उत्तराखंड के राजनीतिक घटनाक्रम पर किताब लिखने के बयान पर कहा कि जेटली को दिग्भ्रमित किया गया है। यदि मार्च मे दलबदल कानून के अंतर्गत भाजपा का मनवांछित निर्णय हो जाता तो यह अनुच्छेद 10 की हत्या होती। सरकार पर घोषणापत्र के अनुरूप कार्यो के संबंध मे पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सरकार ने किया है वह धरातल पर है। जो धरातल पर दिखाई दे रहा है, उसी को घोषणापत्र समझ लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीडीएफ ने कांग्रेस को समय-समय पर सहयोग दिया है। इस मसले पर भी वही होगा जो कांग्रेस जैसी पार्टी करती है। जो भी निर्णय होगा वह सर्वसम्मति से लिया जाएगा। उन्होने संगठन व पीडीएफ के बीच चल रही तनातनी पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह देवर भाभी की छेड़छाड़ है, इससे रिश्ते नही बदलते। भाजपा की परिवर्तन यात्रा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले भाजपा पहले अयोध्या, मथुरा आदि मे प्रायश्चित यात्रा निकाले। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट उनकी बात आते ही गालियां देना शुरू कर देते है। उनसे यह पूछा जाए कि क्या राज्य गालियो से संचालित होगा। उन्हे देना है तो नीति, सिद्धांत व कार्यक्रम दे। हम वही करते है जो हमारे रोडमैप में है।