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असम में बाढ़ का कहर, पुलिस थाने की 2 मंजिला इमारत डूबी

नलबाड़ी। असम में बाढ़ की वजह से काफी तबाही मची है। इस बाढ़ की वजह से 22 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 135 लोगों की मौत की खबर है। इस बीच असम के नलबाड़ी जिले में बाढ़ का विकराल रूप देखने को मिला है। यहां बाढ़ की वजह से भंगनामारी पुलिस थाने की दो मंजिला इमारत का एक हिस्सा डूब गया है। थाने की इस इमारत का डूबते हुए वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो को देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि असम में हालात कितने खराब हैं।

कई दिनों से हालात में नहीं हुआ कोई खास सुधार

असम में कई दिनों से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। लगातार बाढ़ से प्रभावित राज्यों में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। लेकिन बाढ़ की वजह से अभी भी 22 लाख लोग प्रभावित हैं। अधिकारियों ने बताया कि कछार जिले के मुख्यालय सिलचर में स्थिति अब भी गंभीर है और कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं। कई लोग बाढ़ में लापता हैं, जिनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है।

असम राज्य डिजास्टर मैनेजमेंट के एक बुलेटिन के अनुसार, रविवार को 28 जिलों में 22.21 लाख लोग प्रभावित थे जबकि उसके पिछले दिन यह संख्या 25.10 लाख थी। कोपिली, बराक और कुशियारा नदियां अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। एक सप्ताह से अधिक समय से पानी में डूबे सिलचर के उन क्षेत्रों में राहत पहुंचाने की कोशिश चल रही है जहां प्रशासन अब तक नहीं पहुंच पाया है।

वायुसेना के हेलिकॉप्टर राहत कार्य में लगे

वायुसेना के हेलिकॉप्टर से जनता के बीच खाने-पीने की चीजें एवं अन्य जरूरी सामान पहुंचाए जा रहे हैं। कछार की उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने बताया कि मानवरहित यान (यूएवी) से निगरानी की जा रही है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में नुकसान का आंकलन किया जा सके और जरूरी कदम उठाने में मदद मिल सके।

जिला डिजास्टर मैनजमेंट के साथ ही यूनीसेफ, ऑक्सफैम जैसे संगठनों ने सिलचर एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए नौका पर लगी वाटर प्यूरीफाई का इस्तेमाल शुरू किया है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने रविवार को दो बार सिलचर का दौरा किया है और राहत एवं बचाव अभियान की समीक्षा की है। बेतकुंडी में बांध टूटने के बाद पानी घुस आने से सिलचर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। आरोप है कि कुछ बदमाशों ने यह बांध तोड़ दिया है।

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