गहरे बोरवेल में फंसे 2 साल के मासूम ने तोड़ा दम
चेन्नै। बोरवेल में करीब 80 घंटे से फंसा तमिलनाडु का 2 साल का सुजीत विल्सन जिंदगी की जंग हार गया। तिरुचिरापल्ली के एक गांव के बोरवेल में 90 फीट नीचे फंसे सुजीत को सुरक्षित निकालने की तमाम कोशिशें विफल रहीं। सोमवार देर रात बोरवेल से सुजीत का शव ही बाहर निकला। मौत की सुरंग में सुजीत काफी पहले दम तोड़ चुका था। जब शव बाहर निकाला गया तो उससे दुर्गंध आ रही थी। आपको बता दें पूरा देश सुजीत के लिए दुआएं कर रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सुजीत के लिए प्रार्थना की थी।
सुजीत तक पहुंचने के लिए बचाव दल ने बोरवेल के बराबर में खुदाई शुरू कर दी थी। हालांकि चट्टान को तोड़ते हुए खुदाई में काफी मुश्किलें आईं। 6 इंच चौड़े बोरवेल में बच्चा फंसा था, ऐसे में उस तक पहुंचने के लिए पास ही 1.2 मीटर चौड़ी सुरंग खोदी जा रही थी। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रमुख सचिव जे. राधा कृष्णन ने बताया था कि चट्टानी इलाके में जल्दी से खुदाई करने में दिक्कतें आती हैं। खुदाई का काम लगभग 280-500 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा था। टीम को खुदाई के साथ नीचे उतरने के लिए चट्टानों को हटाकर रास्ता तैयार करना था।
NDRF, SDRF, ONGC और प्राइवेट बोरवेल ऑपरेटरों की टीम खुदाई में जुटी थी तभी सोमवार को जमीन से तेल लीक होने लगा। ऐसे में कुछ समय के लिए खुदाई रोकनी पड़ी। वाइब्रेशन भी ज्यादा हो रहा था और इससे सुजीत के बोरवेल में मिट्टी गिर सकती थी। ऐसे में एजेंसियां और भी अलर्ट हो गईं। हालांकि इन सबके बाद भी सुजीत को बचाया नहीं जा सका।