गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने दिया इस्तीफा, पढ़िये पूरी खबर
गुजरात। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस्तीफा दे दिया है। सीएम विजय रुपाणी ने इससे पहले 4 मंत्रियों के साथ राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात की थी। सीएम विजय रुपाणी ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को इस्तीफा सौंप दिया है। संवाददाताओं से बातचीत में इस्तीफे की घोषणा करते हुए रूपाणी ने इसकी वजह नहीं बताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
PM मोदी का शुक्रिया अदा किया
गुजरात के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद विजय रुपाणी ने कहा कि मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया, नेता और जनता सबका सहयोग मिला। अब मुझे जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे निभाऊंगा। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद विजय रूपाणी ने कहा कि मेरा मानना है कि अब गुजरात की विकास यात्रा प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में एक नए उत्साह और ऊर्जा के साथ नए नेतृत्व में आगे बढ़नी चाहिए। ये ध्यान रखकर मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद के दायित्व से त्यागपत्र दिया है। मुझे पार्टी के द्वारा अब जो भी ज़िम्मेदारी मिलेगी, मैं नई ऊर्जा के साथ प्रधानमंत्री के नेतृत्व और राष्ट्रीय अध्यक्ष के मार्गदर्शन में अवश्य काम करता रहूंगा।
इस्तीफा क्यों दिया फिलहाल कारण स्पष्ट नहीं है
विजय रुपाणी ने इस्तीफा क्यों दिया है अभी इसको लेकर कोई भी स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। मीडिया से बात करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा है कि पार्टी में समय के साथ दायित्व बदलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में यह स्वभाविक प्रक्रिया है, मुझे 5 साल के लिए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली, यह बहुत बड़ी बात है। रुपाणी ने कहा कि जेपी नड्डा जी का भी मार्गदर्शन मेरे लिए अभूतपूर्व रहा है। अब मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी मैं उसका निर्वहन करूंगा। हम पद नहीं जिम्मेदारी कहते हैं। मुझे जो जिम्मेदारी मिली थी वह मैंने पूरी की है।
पांच साल पहले सीएम बने थे रुपाणी
बता दें कि विजय रुपाणी ने 7 अगस्त 2016 को पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में रुपाणी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर गुजरात की सत्ता में वापसी की थी, हालांकि उसकी सीटें पिछले चुनावों के मुकाबले कम आई थीं। पिछले कुछ समय से गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन की बात सियासी गलियारों में चल रही थीं क्योंकि गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सी. आर. पाटिल और मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए थे।