सूरत। गुजरात के सूरत में एक कमर्शल कॉम्प्लेक्स में शुक्रवार को आग लगने से 20 छात्रों की मौत हो गई। दरअसल, आग की लपटें देख कोचिंग पढ़ने आए छात्रों ने जान बचाने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से कूदना शुरू कर दिया। दमकल अधिकारियों ने बताया कि कई बच्चों को बचाकर अस्पताल पहुंचाया गया है। यह बिल्डिंग मुंबई-अहमदाबाद हाइवे के पास सरथना इलाके में स्थित है। तक्षशिला कॉम्प्लेक्स नामक बिल्डिंग में कई दुकानें और कोचिंग सेटर्स हैं।
घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें कई छात्र बिल्डिंग से कूदते दिखाई दे रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि कुछ छात्रों की मौत आग से झुलसने और कुछ की मौत घबराहट में बिल्डिंग से कूदने के कारण हुई। दूसरी तरफ किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए नई दिल्ली स्थित एम्स के बर्न ऐंड ट्रॉमा सेंटर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम गठित की गई है।
सूरत के पुलिस कमिश्नर सतीश कुमार मिश्रा ने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। फिलहाल आग लगने की वजह साफ नहीं है। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक CM विजय रुपाणी ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घटना में जान गंवाने वाले हर छात्र के परिवार को 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का भी ऐलान किया है।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘सूरत में आग की घटना से बेहद व्यथित हूं। मृतकों के परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैंने गुजरात सरकार और स्थानीय प्रशासन से प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद देने के लिए कहा है।’ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, ‘सूरत (गुजरात) में हुए इस हादसे की खबर से बहुत दुःख पहुंचा है। पीड़ित परिवारों के प्रति मैं गहरी शोक और संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हू।’
मौके पर पहुंचीं फायर ब्रिगेड की 18 गाड़ियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त बिल्डिंग में 50 से ज्यादा बच्चे और टीचर मौजूद थे। स्थानीय लोगों और प्रशासन का कहना है कि ज्यादातर छात्रों की मौत घबराहट में बिल्डिंग से छलांग लगाने की वजह से हुई है।