हमे प्रतिस्पर्धा के मध्य अपना स्थान बनाना आना चाहिए : CM
देहरादून। हम चाहते है कि श्रम, उद्योग तथा प्रोत्साहन गतिविधियां एक मंच पर उपस्थित रहे। उद्योगों को प्रतिस्पर्धी होने की आवश्यकता है साथ ही युवाओं को भी ओर अधिक प्रतिस्पर्धी होने की जरूरत है। युवाओं को अवसरों को पकड़ने वाला बनना होगा। हमे प्रतिस्पर्धा के मध्य अपना स्थान बनाना आना चाहिए। इस प्रकार के रोजगार मेलों को गम्भीरता से लेने की जरूरत है क्योंकि यह एक प्रोडेएडिक्टिव पहल है। स्टार्ट अप के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा 4 से 5 प्रकार के स्र्टाट अप आरम्भ किये गये है। जिसमें सपेरों, बंजारो तथा घुमक्कड़ जनजातियों के लिए भी स्टार्ट अप आरम्भ किये गये है। राज्य सरकार का वन विभाग जायका के माध्यम से तथा पर्यटन विभाग हाॅस्पिटिलीटी क्षेत्र में साथ एमएसएमई, तकनीकी शिक्षा तथा ग्रामीण विकास विभाग भी अपने अपने स्तर से स्टार्ट अप को प्रोत्साहन दे रहे है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हम चाहते है उत्तराखण्ड में कोई भी हाथ अकुशल न रहे। राज्य में कौशल विकास को एक अभियान की तरह चलाया जाय। युवा हमारे भविष्य के साथ ही हमारा वर्तमान भी है। युवा उत्तराखण्ड के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार युवाओं के विकास व उज्जवल भविष्य के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
आशा है कि देहरादून व ऊधमसिंह नगर में संचालित इस प्रकार के कैरियर काउंसिलिंग सेन्टर युवाओं को बेहतर दिशा देने के साथ कुशल मानव संसाधन तथा उद्योगों के मध्य बेहतर मानव संसाधन प्रबन्धन में रचनात्मक भूमिका निभाएगे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने मेले में प्रतिभाग करने वाले उद्यमियों का आहवाहन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के पास जागरूक व कुशल युवाओं के साथ ही औद्योगिक व व्यवसायिक गतिविधियों के लिए शान्तिपूर्ण वातावरण है। राज्य में कानून व्यवस्था अच्छी स्थिती में है। कुशन मानव संसाधन के अतिरिक्त उत्तराखण्ड राज्य के पास असीमित कौशल विविधता भी है जिसमें साॅफट स्किल व हार्ड स्किल दोनों ही शामिल है। राज्य में उद्योगों के आवश्यकताओं के अनुकूल कौशल मौजूद हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमारे राज्य के पास सर्वश्रेष्ठ उच्च कुशल युवा है।
यह प्रसन्नता की बात है कि उत्तराखण्ड राज्य के पास तकनीकी व कौशल विकास शिक्षा का व्यापक आधार है। हमारे पास पर्याप्त संख्या में पाॅलिटेक्नीक, तकनीकी शिक्षा काॅलेज, आईटीआई है। हमने इन संस्थानों में प्रवेश हेतु क्वालीफाईंग मार्कस उच्च स्तर पर रखे है। इन संस्थानों में पढ़ाई के प्रति गम्भीर छात्र ही प्रवेश ले सके इसके लिए उच्च मानक निर्धारित किये गये हैं। राज्य अपने तकनीकी शिक्षा संस्थानों को धीरे-धीरे उच्चीकृत कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जिस प्रकार उद्योग जगत में अन्र्तराष्ट्रीय संदर्भ में दिन-प्रतिदिन बड़ी तेजी से परिर्वतन हो रहे है तथा मानव संसाधनों को भी बार-बार पुर्नसमायोजित करने की आवश्यकता पड़ रही है उत्तराखण्ड राज्य में वर्कफोर्स रिप्लेसमेंट हेतु विकल्प सरलता से उपलब्ध है। यदि श्रम विभाग द्वारा आयोजित इस प्रकार के मेले सफल सिद्ध होते है तो भविष्य में उद्योग जगत की आवश्यकताएं आसानी से पूरी हो सकेगी।
उत्तराखण्ड राज्य के पास उद्यमिता विकास हेतु अनुकूल वातावरण है। आप मुख्यमंत्री से लेकर निम्नतम स्तर तक के कर्मचारी से आसानी से सम्पर्क कर सकते है। राज्य सरकार द्वारा राज्य में सबसे कम दरों पर बिजली उपलब्ध करवायी जा रही है। राज्य सरकार शीघ््रा ही गुणवतापूर्ण तथा निरन्तर बिजली आपूर्ति को वैधानिक अधिकार बनाने जा रही है। राज्य के निवासी गुणवतापूर्ण व निरन्तर बिजली आपूर्ति प्राप्त न होने पर क्षतिपूर्ति का दावा कर सकती हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमने अपनी प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल व पारदर्शी बनाया है जिसके अन्र्तगत पेपरलेस कार्यप्रणाली को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। उत्तराखण्ड राज्य इज आॅफ डूइंग बिजनेस में प्रथम स्थान पर है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने उद्यमियो को सम्बोधित करते हुए कहा कि उद्योग जगत को उत्तराखण्ड में उपस्थित उद्योग अनुकूल वातावरण, पर्याप्त विविधतापूर्ण कौशल, अच्छी कानून व्यवस्था, पेपरलेस अनुमोदन प्रक्रिया आदि जैसी सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए।