हमेशा गुस्से में दिखने वाले सनी देओल असल जीवन में हैं बेहद सौम्य
मुंबई। बॉलीवुड में अपने एक्शन और दमदार डायलाग्स के लिए मशहूर सनी देओल आज अपना 63वां जन्मदिन मना रहे हैं। बड़े पर्दे पर हमेशा गुस्से में दिखने वाले सनी देओल असल जीवन में बेहद सौम्य हैं। उनके करीबी दोस्त और निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी एक किस्सा साझा करते हुए बताते हैं कि सनी ने उनकी वजह से आठ फिल्मों को ना बोल दिया था। सनी के जन्मदिन के मौके पर उनके जीवन से जुडे़ ऐसे ही कुछ रोचक किस्से और यादें साझा कर रहे हैं उनके करीबी।
फिल्म तो मैंने उनके साथ एक ही बनाई, पर उनसे मेरा ऐसा रिश्ता है कि उन्होंने मेरी वजह से आठ फिल्में छोड़ दी हैं। इन आठों मौकों पर उन्होंने मुझसे पूछा कि, भई! क्या तुम करना चाहते हो? हर बार मैंने कहा- नहीं! तो मेरे चलते उन्होंने भी फिल्में छोड़ दी। वे कहते हैं तुम्हें पसंद नहीं है, तो चलो मैं भी नहीं करता हूं। एक बार मैं उनके पास अमेरिका गया, तब उन्होंने पूछा कि तुम तो शुद्ध शाकाहारी हो, इधर जिंदा कैसे हो? फिर तो उन्होंने मुझे एक शाकाहारी होटल भी बताया। जहां आने-जाने के 80 डॉलर लगते थे पर सिर्फ 9 डॉलर में खाना मिल जाता था। मैंने उनके जैसा बालक मन वाला इंसान नहीं देखा। उनके साथ वाराणसी में शूटिंग कर रहा था, तब कुछ पुलिस कर्मचारी उनसे मिलने के लिए कहने लगे। मैंने उन्हें पूछा तो उन्होंने कहा कि सभी को बुला लो। 35-40 पुलिसवाले आए तो उन्होंने सबको होटल में भोजन कराया।

हमारे परिवार में किसी का भी जन्मदिन हो तो उसे सबसे पहले मॉम-डैड ही विश करते हैं। सनी भैया के जन्मदिन पर भी वही सबसे पहले करेंगे। वह हमें खुशियों का आशीर्वाद देने के साथ ही कड़ी मेहनत करने की सीख भी देते हैं। हमारे यहां हर जन्मदिन पर सुबह हवन होने की परंपरा है, इसके बाद पूरी फैमिली के लिए रूल है कि डिनर के लिए सभी एक साथ इकट्ठा जरूर हों। सनी भैया के जन्मदिन पर भी हमेशा ऐसा होता रहा है। उनके जन्मदिन से जुड़ी कई सारी यादें मेरे जेहन में हैं।
सबसे पहले हवन होता था फिर उसके बाद हम मक्खन लगे पराठों पर टूट पड़ते थे। इसके बाद सारा खाया पिया पचाने ट्रेकिंग पर निकल पड़ते थे। हम साथ-साथ कई आउटडोर गेम्स खेलते थे। वॉलीबॉल और क्रिकेट के खेल को खेलते हुए मैंने सनी भैया के साथ-साथ बहुत अच्छा वक्त बिताया है। इस बार उनके जन्मदिन को फैमिली खुशियों के साथ सेलिब्रेट करेगी। मैं इस समय हाउसफुल 4 मूवी के प्रमोशन के लिए दिल्ली में हूं। मैं शनिवार को अपना काम जल्द निपटाने की पूरी कोशिश करूंगा जिससे मैं भैया के जन्मदिन को सेलिब्रेट करने जल्द से जल्द मुंबई पहुंच सकूं और अपनी पूरी फैमिली के साथ इस पल को एंजॉय कर सकूं।

सनी देओल के साथ इतनी सारी फिल्में बनाई हैं, भगवान ने चाहा तो आगे भी बहुत सारी फिल्में बनाएंगे। मैं उन्हें जब से जानता हूं, कभी उनका पॉलिटिक्स में जाने का इरादा नहीं था। उनके जन्मदिन पर तो माहौल बेहद ही अच्छा होता है। घर पर लंगर लग जाता है। बहुत सारे लोग पंजाब से आते हैं। सुबह-सुबह पूजा-हवन होती है। पूरा परिवार एक साथ बैठकर हवन करता है। उनका तो गजब का परिवार है, जो फिल्म लाइन में रहकर भी इस तरह की परंपराओं को जिंदा रखे हुए हैं।
शूटिंग के दौरान भी उनका कई दफा बर्थडे आया है, पर हमेशा वे पूजा हवन पूरा करके शूटिंग पर आते जरूर थे। हमने सेट पर भी उनके कई बर्थडे मनाए हैं। अब तो वे पॉलिटिक्स में आ गए हैं, पता नहीं चुनाव के माहौल में कैसे बर्थडे मनाएंगे। घर पर होंगे भी कि नहीं। हो सकता है चुनाव प्रचार के साथ ही अपना जन्मदिन मनाएं।
वह इतने सुलझे, समझदार और सादगी वाले व्यक्ति हैं कि यकीन नहीं होगा। सुबह 4:00 बजे उठते हैं। नौ-साढ़े बजे तक सो जाते हैं। शराब वगैरह छूते तक नहीं है। फैमिली मैन है। काम से काम रखते हैं। सबसे बड़ी बात देश को लेकर वे बहुत ही ईमानदार हैं और जितना हो सकता है, उतना कंट्री के लिए कंट्रीब्यूट करते हैं।