हरिद्वार के गंगातट पर बहायी गयी श्रीदेवी की अस्थियां

हरिद्वार। दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की अस्थियां गुरुवार को उनके पति बोनी कपूर और देवर अनिल कपूर ने गंगा में विसर्जित की। इस दौरान बोनी कपूर और अनिल कपूर भावुक नजर आए। अस्थि विसर्जन के बाद बोनी कपूर, अनिल कपूर और राजनेता अमर सिंह राज्य अतिथि गृह डामकोठी पहुंचे। इसके बाद उन्होंने कनखल स्थित हरिहर मंदिर में दर्शन किए। शाम पांच बजे वे देहरादून के लिए रवाना हो गए।
जेट एयरवेज की फ्लाइट से सभी पहले दोपहर 12:50 बजे देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से सभी लोग सड़क मार्ग से हरिद्वार के लिए निकले। गुरुवार दोपहर 2:30 बजे बोनी कपूर, अनिल कपूर, राजनेता अमर सिंह और फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा समेत परिवार के छह सदस्य हरिद्वार स्थित वीआईपी घाट पहुंचे।
दो कलशों में अभिनेत्री श्रीदेवी के अस्थि पुष्प थे। यहां कपूर खानदान के तीर्थ पुरोहित शिवकुमार पालीवाल और मनीष जयवाल ने पूजा का पूरा इंतजाम किया था। गंगाजी का आचमन करने के बाद वीआईपी घाट पर कर्मकांड किया गया। 15 मिनट चली पूजा के बाद दिवंगत श्रीदेवी की अस्थियां गंगा में प्रवाहित की गईं।
कर्मकांड संपन्न कराने के बाद सभी राज्य अतिथि गृह डामकोठी चले गए। यहां उन्होंने दोपहर का भोजन किया। आधे घंटे से अधिक रुकने के बाद सभी पूजा अर्चना के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद के कनखल स्थित आश्रम हरिहर मंदिर पहुंचे। भगवान शिव की पूजा करने के बाद उन्होंने रुद्राक्ष के पेड़ की परिक्रमा भी की। अमर सिंह ने मोबाइल फोन पर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद से बोनी कपूर की बातचीत कराई।
बता दें कि आचार्य महामंडलेश्वर इन दिनों हरिद्वार से बाहर हैं। शाम करीब पांच बजे सभी देहरादून स्थित नेचर विला होटल के लिए रवाना हो गए। आज रात वे यहीं रुकेगे। इस दौरान उत्तराखंड कृषि मंत्री सुबोध उनियाल और हरिद्वार मेयर मनोज गर्ग भी मौजूद थे। पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसर भी साथ रहे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
दोबारा हरिद्वार आने की इच्छा थी श्रीदेवी की:
बीती 24 फरवरी को फिल्म अभिनेत्री श्रीदेवी का दुबई में निधन हो गया था। वर्ष 1993 में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान श्रीदेवी कुछ देर के लिए हरिद्वार में रुकी थीं। शूटिंग के दौरान यहां से गुजरते हुए श्रीदेवी ने फिल्म यूनिट के साथ हरिद्वार में रुकने की जिद की थी। तब श्रीदेवी ने मां गंगा का आशीर्वाद लेकर दोबारा हरिद्वार आने की इच्छा जताई थी, लेकिन फिर वो कभी हरिद्वार नहीं आ पाईं। वैसे बोनी कपूर रामेश्वरम में श्रीदेवी की अस्थियां विसर्जित कर चुके थे, लेकिन हिंदु धर्म में अस्थियों के एक टुकड़े को आत्मा की शांति के लिए किसी अन्य स्थान पर भी विसर्जित किया जा सकता है, इसीलिए अब वे हरिद्वार पहुंचे। इस दौरान बोनी कपूर कई बार भावुक होकर रो पड़े, जिन्हें उनके छोटे भाई अनिल कपूर ने संभाला।