हरिवंश बने राज्यसभा के उपसभापति
नई दिल्ली। राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए आज हुआ मतदान में एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को बड़ी जीत हासिल हुई। हरिवंश सिंह जेडीयू से राज्यसभा के सांसद हैं। उन्होंने विपक्ष की ओर से कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद को हराया। हरिवंश के पक्ष में कुल 125 वोट पड़े तो वहीं बीके हरिप्रसाद के पक्ष में कुल 105 वोट पड़े। आम आदमी पार्टी, वाईएसआर कांग्रेस, पीडीपी और डीएमके के एक सांसद ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया था। पीएम मोदी ने कहा कि हरिवंश जी का पूरा परिवार जेपी और गांधी से जुड़ा हुआ है। यह चुनाव अहम था, क्योंकि दोनों तरफ हरी थे। उम्मीद है हरिकृपा बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि अब संसद में सब हरि भरोसे। उन्होंने बीके हरिप्रसाद को सदन की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होने और चुनाव लड़ने के लिए बधाई दी। उन्होंने सदन के सभी सदस्यों का बधाई दी।
यूपी के बलिया में हुआ था जन्म:
बिहार के प्रतिष्ठित अखबार प्रभात खबर के पूर्व संपादक रहे हरिवंश नारायण जेडीयू के महासचिव भी हैं। नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं। हरिवंश नारायण ढाई दशक से अधिक समय तक प्रभात खबर के प्रधान संपादक रहे है। बीजेपी हरिवंश को उम्मीदवार बनाकर कई राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश कर रही है। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिताबदियारा गांव में 30 जून, 1956 को जन्मे हरिवंश को जेपी आंदोलन से काफी प्रभावित माने जाते हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए और पत्रकारिता में डिप्लोमा की पढ़ाई करने वाले हरिवंश ने अपने कैरियर की शुरुआत टाइम्स समूह से की थी।
दो दशकों तक रहा प्रभात खबर के साथ रिश्ता:
1981-84 तक हैदराबाद एवं पटना में बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी की और वर्ष 1984 में इन्होंने पत्रकारिता में वापसी की और 1989 अक्तूबर तक आनंद बाजार पत्रिका समूह से प्रकाशित रविवार साप्ताहिक पत्रिका में सहायक संपादक रहे। इसके बाद हरिवंश ने रविवार और धर्मयुग जैसी कई प्रसिद्ध पत्रिकाओं में काम किया। इसके बाद वे 90 के दशक में बिहार के बड़े मीडिया समूह से जुड़े। इस संस्थान को हरिवंश राय ने दो दशक तक अपनी सेवाएं दी। हरिवंश ने अपने प्रभात खबर में अपने कार्यकाल के दौरान राज्य के ज्वलंत विषयों और आर्थिक रुप से कमजोर बिहार की तस्वीर सरकार के सामने रखी।
नीतीश की साफ छवि गढ़ने में हरिवंश का अहम योगदान है:
दिल्ली से लेकर पटना तक मीडिया में नीतीश कुमार की बेहतर छवि बनाने में हरिवंश का बड़ा योगदान है। हरिवंश राजपूत जाति से आते हैं। एनडीए हरिवंश के सहारे बिहार में राजपूत वोट बैंक को अपनी ओर खींचने की कोशिश में है।