स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी, शरीर में ऑक्सीजन का स्तर घटने लगे तो करें ये काम
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार Proning की जरूरत उस समय पड़ती है जब रोगी को सांस लेने में दिक्कत हो रही हो और शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 94 के नीचे चला जाए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि समय रहते Proning क्रिया के जरिए कई जीवन बचाए जा सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार Proning के लिए रोगी को पेट के बल लेटना है और एक सिरहाना मुंह या गर्दन के नीचे, एक या दो सिरहाने छाती और पेट के नीचे तथा 2 सिरहाने टांगों के नीचे रखने हैं। इस क्रिया के लिए 4-5 सिरहानों की जरूरत पड़ेगी और साथ में क्रिया के दौरान रोगी को लगातार सांस लेते रहना है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह चेतावनी भी दी है कि 30 मिनट से ज्यादा Proning की क्रिया को नहीं करना है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने Proning को लेकर कुछ और चेतावनी भी जारी की है जिसके अनुसार भोजन करने के बाद एक घंटे तक इस क्रिया को नहीं करना है, किया को तभी करना है जब यह करना आसान लगे। इसके अलावा गर्भावस्था होने की स्थिति या हृदयघात की स्थिति में इस क्रिया को नहीं करना है।
Proning as an aid to help you breathe better during #COVID19 pic.twitter.com/FCr59v1AST
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) April 22, 2021